उपस्वास्थ्य केंद्र मैं लटका रहता है ताला,मरीजो को नही मिलता उपचार

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स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): ग्रामीण अंचलों मैं ग्रामीणों को सरलता से प्राथमिक उपचार व स्वास्थ्य सेवाओं का मिल सके इसी उद्देश्य से शासन द्वारा उपस्वास्थ्य केंद्र खोले जा रहे है।लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ग्रामीणों को नही मिल पाता।ताजा मामला बहोरीबंद विकासखण्ड अंतर्गत उपस्वास्थ्य केंद्र पौड़ी का सामने आया है।जो ग्राम पंचायत के लिए शोपीस स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में जाना जाता है। जहां उपचार के लिए आने वाले ग्रामीणों को बिना उपचार ही वापस लौट जाना पड़ता है। उप स्वास्थ्य केन्द्र पर आए दिन ताला लटकता नजर आता है। यहां पदस्थ स्टॉफ के द्वारा भी कभी -कभार ही उप स्वास्थ्य केंद्र का ताला खोला जाता है। जिसके कारण लोगों को प्राथमिक उपचार की सुविधा नहीं मिल पाती है। उपचार के लिए लंबी दूरी तय कर ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बचैया या  बहोरीबंद जाना पड़ता है या फिर झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार करवाना पड़ता है ,ग्रामीणों ने बताया कि यहां पदस्थ स्टॉफ   कभी कभार ही आता है व उपस्वास्थ्य केंद्र का ताला खुलता है।जिससे गांव के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल रही है।नियमित खोले जाने को लेकर समझाइश दी गई थी लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। यहां तक कि ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य विभाग को भी कई बार सूचना दी गई एवं शिकायत किया गया। किसी भी प्रकार का कोई कार्रवाई विभाग से नहीं होने के कारण अब लोगों ने शिकायत करना तक छोड़ दिया है।

इनका कहना है- डॉ आंनद अहिरवार बीएमओ बहोरीबंद

पौड़ी उपस्वास्थ्य केंद्र मैं पदस्थ स्टॉफ के द्वारा यदि पदीय दायित्वों के निर्वहन पर लाफरवाही बरती जा रही है तो यह गलत है। कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया जाएगा साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मरीजो को मिले इसके लिए प्रयास रत रहेंगे।


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