मतदान की थकान के बाद परिणाम की चिंता ने छीना नेताओं का सुकून,रातों की नींद गायब

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प्रत्याशियों की जीत और नई सरकार के दावे मैं उलझा जनमानस ,बहोरीबंद मैं त्रिकोणीय मुकाबला

कटनी /बहोरीबंद(सुग्रीव यादव): विधानसभा चुनाव की मतगणना के अब सिर्फ दो दिन शेष रह गए हैं। उम्मीदवारों और उनके समर्थकों का दिन का सुकून और रात की नींद गायब है। सर्वेक्षण और पूर्वानुमान से उनकी बेचैनी चरम पर पहुंच गई है, तो वहीं आम जनता को भी तीन दिसम्बर को आने वाले परिणाम का बेसब्री से इंतजार है। हर किसी की जुबां पर अपना आकलन है, तो वहीं चौक-चौराहों पर दावे-प्रतिदावे किए जा रहे हैं।गौरतलब है कि 17 नवम्बर को हुए मतदान से मतगणना तक इंतजार 16 दिन का है। इस तिथि के 14 दिन हो गए हैं। मतदान और मतगणना के बीच इतना अंतर हर किसी को बेचैन कर रहा है।
बहोरीबंद विधानसभा मैं 18  प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहे। उन्होंने हर मतदाताओं तक पहुंचने में कड़ी मेहनत की। अब परिणाम की बेसब्री का एक-एक दिन भारी पड़ रहा है। हर तरफ सिर्फ एक ही चर्चा है, किसकी सरकार बन रही है और अपने क्षेत्र से कौन जीत रहा है। इस सवाल का प्रत्याशियों की रातों की नींद और दिन का सुकून गायब हो गया है।विधानसभा में बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत ने अलग हालत खराब कर दी है।

किसी ने की तीर्थयात्रा तो कोई परिजन के साथ-
मतदान की थकान के बाद कुछ प्रत्याशियों ने जैसे-तैसे परिवारजनों के साथ समय काटा तथा तीर्थ यात्रा भी की। इंतजार का ये अंतिम सप्ताह भारी पड़ रहा है। ज्यादातर प्रत्याशी अलग-अलग क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं के साथ मतदान के आधार पर जीत हार का गणित लगा रहे हैं। कहीं मतगणना एजेंटों के साथ बैठक हो रही है। हर कोई जवाब पाने के लिए हर कोई बेताब है

कांग्रेस में चरम पर आत्मविश्वास तो भाजपा भी पीछे नहीं-
बहोरीबंद से कांग्रेस प्रत्याशी कुँवर सौरभ सिंह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना है कि शंकर महतो के चुनाव लड़ने से कांग्रेस को फायदा हुआ है।
वही भाजपा कार्यकर्ता भी जीत को लेकर आश्वस्त है।कह रहे है कि महिला मतदाता मतदान अधिक होने से जीत निश्चित है।


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