घरो व पंडालों मैं विराजित हुए प्रथम पूज्य देव गजानन, दस दिनों तक गणपति की भक्ति आराधना मैं लीन रहेंगे लोग,छायेगा उल्लास
सुग्रीव यादब स्लीमनाबाद- एकदंत,विनायक, दुखहर्ता ,प्रथम पूज्य देव भगवान गणेश का दस दिवसीय गणेशोत्सव का पावन पर्व शनिवार को गणेश चतुर्थी से शुरू हो गया।जो दस दिनों तक चलेगा।दस दिनों तक प्रथम पूज्य देव गजानन की भक्ति आराधना मैं लोग लीन रहेंगे।शनिवार को घर-घर व पंडालों मैं भगवान गणेश विराजित हुए।सुबह से लेकर देर शाम तक गणेश प्रतिमाओं की स्थापना का दौर चलता रहा।
लोग गाजे बाजे के साथ गणेश प्रतिमाओं को मूर्तिकारो के यहां से लेकर प्रतिमा स्थापना स्थल तक ले गए।
इस दौरान जय गणेश,गणपति बप्पा मोरिया की जयघोष गुंजायमान हो रही थी।दस दिवसीय गणेशोत्सव पर्व को लेकर विभिन्न पांडालों व गणेश मंदिरों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है।शनिवार को स्लीमनाबाद तहसील मुख्यालय के बाजार में प्रतिमा व पूजन सामग्री की खरीददारी के लिए भीड़ लगी रही।तहसील के प्रमुख चौराहों व अन्य जगहों पर आयोजन समितियों द्वारा आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित की गई है। पांडालों में प्रतिदिन धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
चतुरमहायोग के संयोग पर विराजे गजानन-
पंडित रमाकांत पौराणिक ने बताया कि इस बार गणेश स्थापना पर चतुरमहायोग का संयोग रहा है।
इस योग मैं गणपति के विघ्नेश्वर रूप की पूजा करने से इच्छित फल मिलता है।गणेश स्थापना पर सर्वार्थ सिद्दि योग, रवि योग, ब्रह्म योग ओर इंद्र योग से मिलकर चतुरमहायोग संयोग बना।प्रथम पूज्य देव गणेश का जन्म भादो मास की चतुर्थी के दिन दूसरे प्रहर मैं हुआ था।उस दिन स्वाति नक्षत्र ओर अभिजीत मुहूर्त था।ऐसा ही संयोग इस बार भी बना।