आसमान मैं बादलों का डेरा किसानों को सताने लगी चिंता

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स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): गुरुवार दोपहर बाद आसमान मैं बादलों के डेरे से किसानों के चेहरे मैं चिंता सताने लगी। आसमान मैं बादलों की लुकाछिपी का खेल चलता रहा।साथ ही बूंदाबांदी का दौर भी चला।जिससे किसानों को चिंता सताने लगी कि यदि बारिश के साथ तेज हवा चली तो तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा ।फिर आर्थिक समस्या उतपन्न हो जाएगी।कृषक संतोष यादव,अनुग्रह यादव,प्रमोद कुशवाहा,सुनील हल्दकार सहित अन्य किसानों ने बताया कि रबी सीजन की प्रमुख गेंहू की फसल को सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता है।यदि सिर्फ बारिश बस हो तो गेंहू के लिए अमृत समान है।यदि बारिश के साथ तेज हवा चली व ओलावृष्टि हुई तो गेंहू के साथ दलहनी फसलों को नुकसान होगा।जिस प्रकार गुरुवार को मौसम बदलाव हुआ उससे यदि बारिश हुई तो फसल खराब हो जाएगी।बारिश होने से गेंहू की बालियों मैं कालापन आ जायेगा ,फसल खेतो मैं लेट जाएगी जिससे उत्पादन प्रभावित होगा।उत्पादन प्रभावित होने से किसानों की चार माह की मेहनत बेकार जाएगी।क्योंकि 12_13 फरवरी की रात क्षेत्र के दर्जनों गांव मैं ओलावृष्टि हुई थी।जिससे फसल खराब हुई हैं।

25 हजार हैक्टेयर मैं हुई है रबी सीजन खेती-

कृषि विभाग के एसएडीओ आर के चतुर्वेदी ने बताया कि बहोरीबंद विकासखण्ड मैं 25 हजार हैक्टेयर मैं रबी सीजन की खेती हुई है।जिसमे से 18 हजार हैक्टेयर मैं गेंहू की फसल की बोवनी हुई है।गुरुवार को जिस प्रकार मौसम मैं बदलाव हुआ है यदि बारिश हुई व जोरदार हवा चली तो गेंहू की  फसल के अलावा  दलहन-तिलहन फसलों को नुकसान होगा।


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