छल, कपट, धोखाधडी ओर कूटरचित दस्तावेजो के सहारे सेवानिवृत सहायक लेखापाल की गईं सेवावृद्धि

इस ख़बर को शेयर करें

सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद – जनपद पंचायत बहोरीबंद मे सेवानिवृत सहायक लेखापाल आमोद तिवारी की सेवावृद्धि को लेकर मामला तूल पकड़ते जा रहा है!एक बार फिर से शुक्रवार को जनपद अध्यक्ष लाल कमल बंसल सहित जनपद सदस्य, जनपद सीईओ के खिलाफ सामने आये ओर प्रेसवार्ता आयोजित कर वास्तविक स्थिति की जानकारी दी!प्रेसवार्ता मै जिला पंचायत सदस्य अजय गौंटिया, रीना राकेश पटेल, एडवोकेट सत्येन्द्र चनपुरिया, जनपद सदस्य प्रकाश गुप्ता,सरमन चौधरी, ललिता उत्तम लोधी,संजो बाई आदिवासी,मंजो बाई झारिया,ऊषा यादव, गीता बाई कोल, मालती हल्दकार, प्रमोद पटेल सहित अन्य लोग मौजूद रहे‌।प्रेसवार्ता के माध्यम से जानकारी दी गईं कि सेवानिवृत लेखापाल की सेवावृद्धि के लिए जनपद सीईओ अभिषेक कुमार  दोषी है!सेवानिवृत लेखापाल की सेवावृद्धि छल कपट, धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेज लगाकर की गईं!
14 जून 2023 को सामान्य प्रशासन समिति की बैठक मे जनपद अध्यक्ष सहित जनपद सदस्य उपस्थित थे, लेकिन सेवानिवृत लेखापाल आमोद तिवारी की सेवावृद्धि का कोई प्रस्ताव सामान्य प्रशासन समिति की बैठक मे नहीं आया!
जनपद पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार के द्वारा यह गलत कहा जा रहा है कि जनपद सदस्यगणो के समक्ष सर्व सम्मती से सामान्य प्रशासन की बैठक मे सेवावृद्धि का प्रस्ताव पारित किया गया!जबकि जनपद पंचायत सीईओ की कार्यप्रणाली ही सवालों के घेरे मे है!सेवानिवृत सहायक लेखापाल की सेवावृद्धि की जानकारी माह नवंबर 2024 मै लगी जब महेंद्र बौद्ध के द्वारा सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गईं जानकारी से लगी!जानकारी लगते ही मामले की वास्तविकता को लेकर लेखापाल को तलब किया गया!सेवावृद्धि के लिए जो प्रस्ताव सामने आया वह फर्जी व कूटरचित था!
क्योंकि उसमें फर्जी,धोखाधडी व कूटरचित तरीके से जनपद अध्यक्ष के हस्ताक्षर कर लिए गए व प्रस्ताव सेवावृद्धि के लिए कमिश्नर जबलपुर को भेजा गया!जिसकी जानकारी जिला पंचायत सीईओ व कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर दी गईं!लेकिन 15 दिवस की समयावधि बीत जाने के वाबजूद भी जिला प्रशासन स्तर से जाँच नहीं की गईं!
जबकि उक्त उक्त लेखापाल को संविदा आधार पर मानदेय के रूप मै नियुक्ति होने के बात सामने आई लेकिन सेवावृद्धि मै वेतनमान प्रतिमाह 78 हजार 507 रूपये दिया जा रहा है!
अब तक आमोद तिवारी को 4 लाख 55 हजार 835 रूपये का भुगतान किया जा चुका है!सेवावृद्धि मै भी सहायक लेखापाल को प्रतिमाह वेतन एवं आवास एवं महंगाई भत्ता शामिल है!जिससे सरकारी राशि का हेर -फेर किया जा रहा है!उक्त मामले को लेकर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, लोकायुक्त एवं आर्थिक अपराध अंवेषण ब्यूरो मै लिखित शिकायत देकर जाँच कर मामले का पटापेक्ष करने की मांग की गईं!मामले का निराकरण न होने पर फिर हाईकोर्ट मै याचिका दायर की जाएगी!

रुपयों के लेनदेन के लगाए जा रहे सभी आरोंप निराधार 

प्रेसवार्ता मे जनपद अध्यक्ष लाल कमल बंसल ने जनपद उपाध्यक्ष व कुछ सदस्यों के द्वारा, साथ ही कुछ लोगों के द्वारा जो रुपयों के लेनदेन के आरोप लगाए जा रहे उनको निराधार बताया!कहा कि मै दलित जाति का जनपद अध्यक्ष हूं,इसलिए मुझे सुनियोजित तरीके से फ़साने की कहानी चल रही है! सेवानिवृत सहायक लेखापाल के द्वारा जनपद अध्यक्ष पर एक लाख रूपये मांगने, बहोरीबंद नवीन बस स्टेंड के संचालन कर्ता शिवम पिता संत कुमार गुप्ता द्वारा बस स्टेंड का संचालन किये जाने के परिप्रेक्ष्य मे  2 लाख रूपये की रिश्वत की मांग व  प्रह्लाद बर्मन अध्यक्ष मछुआ सहकारी समिति छपरी /कूड़ा द्वारा जो 7 लाख रूपये मांगने के आरोप लगाए गए है वो सभी निराधार है!रुपयों के लेनदेन के आरोपों से जनपद अध्यक्ष की छवि को धूमिल किया गया है!
साथ ही अनावेदक गणों के द्वारा मुझे जातिगत रूप से अपमानित भी किया जा रहा है!इसलिए अब हाईकोर्ट मै जनपद सीईओ बहोरीबंद व सेवानिवृत सहायक लेखापाल के विरुद्ध याचिका दायर की जाएगी!

 


इस ख़बर को शेयर करें