धनगवा के मां विद्या एग्रो वेयर हाउस में जमकर हुई धान में धांधली
जबलपुर:धान खरीदी में हुई अनियमिताओं को लेकर पत्रकारों ने एसडीएम एवं एसडीओ कृषि को लिखित शिकायती पत्र देते हुए धान में धांधली करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है,हलाकि इसके पूर्व भी धनगवा के माँ विद्या एग्रो वेयर हाउस में धान में धांधली के आरोप लगते रहे हैं,
क्या है पूरा मामला ?
जबलपुर की मझोली तहसील के धनंगवा का मां विद्या एग्रो पार्क वेयरहाउस भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया । मां विद्या एग्रो पार्क वेयरहाउस में बिचौलियों की सांठगांठ से अमानक धान खरीदी जा रही है । जिस तरह खुलेआम अमानक धान की खरीदी हो रही है यह खरीदी केंद्र प्रभारी एवं जिम्मेदार अधिकारियों से सांठगांठ के बिना संभव नहीं है ।
पत्रकारों ने दी लिखित शिकायत
वहीं इस मामले में दिनांक 18 / 1 / 2024 को पत्रकारों ने मां विद्या एग्रो पार्क वेयरहाउस का भ्रमण किया तो पता चला कि इस वेयरहाउस में खुलेआम अमानक धान खरीदी जा रही है जब इस संबंध में पत्रकारों ने जानकारी लेना चाही कि इस वेयरहाउस का खरीदी केंद्र प्रभारी , सर्वेयर एवं प्रबंधक कौन है तो वहां पर मौजूद तुलाई करने वाले एवं निगरानी करने वालों ने एक व्यक्ति का फोन नंबर 8349348053 दिया और बताया कि यह सब देखते हैं जब पत्रकारों ने दोबारा पूछा कि इनका क्या नाम है तो उन्होंने अमित शर्मा बताया । जब उस नंबर पर पत्रकारों ने कॉल की तो उन्होंने अपना नाम अमित शर्मा बताया जब पत्रकारों के द्वारा धान का सैंपल मांगा गया तो उसने मना कर दिया और कहने लगा कि मिलकर बात करते हैं ।
मांगा गया फोन पे नंबर
वहीं पत्रकारों ने बताया की उनके पास दोबारा फोन आता है कि आप अपना फोन पे नंबर दे दे मैं पैसे डाल देता हूं उसके बाद पत्रकारों ने कहा कि आप एसएडीओ कार्यालय आए वहीं अधिकारी के सामने बात करते हैं । उसके बाद उसी नंबर से फिर कॉल आता है कि मैं बाईपास में खड़ा हूं आप यहां आकर मिल लीजिए फिर पत्रकारों ने कहा कि आप एसएडीओ कार्यालय आ जाइए वहीं मिलते हैं । जब पत्रकारों ने इसका पूरा पता लगाया तो यह व्यक्ति ना ही धान खरीदी केंद्र प्रभारी था ना ही वहां किसी जिम्मेदारी को संभाल रहा था यह एक बिचौलिया था जो अमानक धान खरीदी करवा रहा था । वही पत्रकारों ने मां विद्या एग्रो पार्क वेयरहाउस धनंगवा की धान खरीदी में हुई अनियमितताओं को लेकर एसडीओ कृषि एवं एसडीएम सिहोरा को खरीदी गई धान की गुणवत्ता जांच हेतु लिखित शिकायती पत्र दिया है । बड़ा सवाल आखिर कौन है ये बेचौलिए ?और प्रशासनिक अधिकारियों एवं केंद्र प्रभारी से क्या इनकी सांठगांठ हैं ?
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