घर-आंगन सजे ,धरा से लेकर अंबर तक बिखरी सतरंगी छठा

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कटनी/स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ): सदियों के इंतजार के बाद अयोध्या में सोमवार को श्रीरामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए। इस अवसर पर ग्रामीण अंचलों मैं खुशियां बिखरी। मंदिरों में धार्मिक आयोजन हुए तो घरों-बाजारों में उत्सव मनाया गया। इसी के साथ साल की पहली दीपावली मनाते हुए भव्य आतिशबाजी की गई। सोमवार को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर सुबह से ही ग्राम वासियों में उत्साह देखा गया। सुबह घरों पर आकर्षक सजावट की गई। घर व मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ का दौर चला।घरों में टीवी पर अयोध्या में हो रहे प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण देखा गया।लघु वृन्दावन धाम बांधा मंदिर दोपहर 12.29 बजे जैसे ही रामलला प्राण-प्रतिष्ठा हुई वैसे ही मंदिर परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा। लोग भावुक हो उठे और अश्रुधारा फूट पड़ी। जगह-जगह आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया। जमकर लोग श्रीराम के भजनों पर झूमे।
देर शाम महाआरती कर विश्व कल्याण की कामना की गई व दीपक जलाए गए।ततपश्चात प्रसाद का वितरण किया गया।
मंगल तिलक लगाकर मिठाई वितरित की गई। लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर शुभकामनाएं दी।इस दौरान आयोजक समिति से रामनरेश त्रिपाठी ,नवनीत चतुर्वेदी ,महेश पाठक, सीताराम मिश्रा ,सतेन्द्र त्रिपाठी, कृष्णकांत पांडे ,मनोज पाठक, अरुण तिवारी ,ओमप्रकाश दुबे, शंकर विश्वकर्मा ,बहादुर कुशवाहा सहित बड़ी संख्या मे जनसैलाब उपस्थित रहा।

घरों पर लगाए दीपक, देर रात तक आतिशबाजी-

स्लीमनाबाद के सिंहवाहिनी मंदिर मे 1100 दीपक तो श्रीराम कुटी मंदिर मे 11 हजार दीपक जलाए गए।साथ ही शाम को गाँवो मैं दीपोत्सव मनाया गया। दीपावली की तरह ही महिलाओं ने श्रृंगार कर दीपक का पूजन किया। इसके बाद घर, प्रतिष्ठान, मंदिरों पर दीपक जलाए गए। इसके बाद परिवार के साथ आतिशबाजी की गई।ऐसा लग रहा था जैसे दीपावली आज ही है। देर रात तक पटाखों की गूंज सुनाई देती रही।


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