पानी है तो बिजली नहीं, कैसे हो पायेगी रबी सीजन की सिंचाई
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- रबी सीजन कृषि कार्य का दौर शुरू हो गया है।कृषक खेतो को तैयार करने मे लगे हुए है।जुताई के साथ बुवाई का दौर भी जारी है।लेकिन इन दिनों अन्नदाताओं को समय पर पूरी बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके साथ ही हालात यह है कि खराब ट्रांसफॉर्मर भी समय पर नहीं बदले जा रहे है। ऐसे में किसानों को रबी की फसल में सिंचाई में ही काफी परेशानी हो रही है।इससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर हालात यह है कि निर्धारित समय में कई बार ट्रिपिंग हो रही है। जिससे किसानों को सिंचाई मैं परेशानी हो रही है।बहोरीबंद विकासखण्ड में अभी खेतो को तैयार करने सिंचाई का दौर जारी है। इसके लिए किसानों को बिजली की आवश्यकता है। इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से नियमानुसार 10 घण्टे कृषि कार्य हेतु बिजली दी तो जा रही है लेकिन 6-4 घण्टे के दो शिफ्ट मैं।
दिन मैं 6 घण्टे व रात मैं 4 घण्टे का शेड्यूल निर्धारित किया गया है।किसानों की मांग है कि एक ही शेड्यूल बनाकर दिन मैं 10 घण्टे कृषि कार्य हेतु बिजली आपूर्ति की जाए जिससे सिंचाई व्यवस्था हो सके।वर्तमान नियमावली से तो रबी सीजन कृषि कार्य नवम्बर माह के आखिरी तक जाएगा।
ठंड का समय भी शुरू हो गया जिससे रात्रि के समय किसानों को सिंचाई के लिए रतजगा करना पड़ता है।एक साथ क्षेत्र मे सिंचाई शुरू होने से वर्तमान मे लोड काफी बढ़ गया है। इससे दिन में कई बार ट्रिपिंग हो रही है। बार-बार होने वाली ट्रिपिंग के कारण ट्रांसफॉर्मर जल रहे है। एक साथ ट्रांसफॉर्मर की मांग बढऩे से कई किसानों को समय पर ट्रांसफॉर्मर नहीं मिलने की समस्या बढ़ती जा रही है।किसानों को खेतों में ही पूरे 6 घंटे बिजली के इंतजार में गुजारने पड़ रहे है। कई बार तो हालात यह हो जाते है कि चार घंटे भी बिजली पूरी तरह से नहीं मिल पाती है। इससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।
एक ही शिफ्ट मैं दी जाए कृषि बिजली-
कृषक रामनारायण यादव, जुगलकिशोर यादव,संतोष यादव,नरेंद्र कुशवाहा का कहना है कृषि कार्य के लिए जो 10 घण्टे बिजली देने का प्रावधान है,उसे दो शिफ्ट मैं न देकर एक ही शिफ्ट मैं रेगुलर दी जाए जिससे किसानों को सिंचाई कार्य की समस्या न हो।
पहले खाद तो अब बिजली की चिंता –
बहोरीबंद विकासखंड क्षेत्र के किसानों का कहना है कि शासन -प्रशासन की दोहरी नीति का शिकार किसान हो रहे है!
डीएपी खाद 1846 सहकारी समितियों मे नहीं मिल रही!
जिससे बोवनी कार्य पिछड़ रहा है!प्रशासन स्तर से डबल लाक केंद्रों मे डीएपी खाद की उपलब्धता कराई जा रही है!जिससे किसानों को बड़ी समस्या से गुजरना पड़ रहा है!
यदि डबल लाक केंद्र खाद लेने जाना है तो फिर 40 से 50 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है!
कांग्रेस करेगी आंदोलन –
बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष कांग्रेस आदित्य दुबे ने बताया कि रबी सीजन कृषि कार्य मे किसानों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है!ग्रामीण अंचलो मे डीएपी खाद के साथ बिजली की भी बड़ी समस्या उतपन्न है!
जिससे किसान परेशान है!शासन -प्रशासन की दोहरी नीति से किसान परेशान हो रहा है!इसलिए कांग्रेस पार्टी किसानों को समस्या न हो, किसानों को समय पर खाद व बिजली मिल सके इसके लिए जल्द आंदोलन करेगी!
इनका कहना है– सुमित सिन्हा कनिष्ठ अभियंता अभियंता
कृषि कार्य के लिए विभाग स्तर से जो शेड्यूल जारी किया गया है उसी शेड्यूल के तहत विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
ट्रिपिंग के कारण जरूर ट्रांसफार्मर खराब हो रहे है।रही बात ट्रांसफार्मरो के बदलने की तो जहां उपभोक्ता विद्युत बिल जमा कर रहे है वो बदले जा रहे है।जहां उपभोक्ता बिजली बिल जमा नही कर रहे वहां जरूर ट्रांसफार्मर नही बदल पा रहे है।
इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें।
Click Here >>
Donate Now
इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।
इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।
Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।