जान पर कही भारी न पड़ जाए लाफ़रवाही

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : इन दिनों शादी-विवाह का सीजन चल रहा है। विभिन्न रूटों में चलने वाले यात्री वाहनों खासकर बसों के बारात में बुकिंग के कारण विभिन्न रूटों में यात्री वाहनों की किल्लत हो गई है। ऐसे में लोगों का ऑटो या माल वाहक वाहनों में सफर करना मजबूरी हो गई है। इन वाहनों की कमी के कारण इन दिनों स्लीमनाबाद व बहोरीबंद तहसील के ग्रामीण अंचलों के रूटों में ऑटो तथा माल वाहक वाहनों यथा पिकअप, ट्रैक्टर व मिनी ट्रकों में यात्रियों को क्षमता से अधिक बिठाकर सफर कराया जा रहा है।
जिससे सडक़ हादसों का खतरा बढ़ गया है। तहसील मुख्यालय से ही ऑटो वाहनों में क्षमता से अधिक सवारी बिठाकर फर्राटे मार रहे हैं।लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं मालवाहक वाहनों में भी बड़ी संख्या में बैठकर लोग सफर कर रहे हैं, जो बड़े हादसे को आमंत्रण दे रहा है।

पैसा बचाने डाली जा रही जोखिम में जान-

ग्रामीण अंचलों में गरीब परिवार के लोग पैसा बचाने के चक्कर में बारात ले जाने के लिए यात्री वाहनों की जगह माल वाहन बुक कर ले जा रहे हैं। क्योंकि यात्री वाहनों का किराया ज्यादा होता है और माल वाहक वाहन की अपेक्षा उनमें कम लोग सवार होते पाते हैं।ऐसे में लोगों द्वारा बाराती ले जाने के लिए मिनी ट्रक, पिकअप व ट्रैक्टर जैसे वाहन बुक किये जाते हैं।जिसमें चालीस से पचास लोगों को बिठाकर सफर किया जाता है। माल वाहक वाहनों में यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से किसी तरह के इंतजाम नहीं होते।जिससे यदि कभी यात्रियों से भरे माल वाहक वाहन पलटते हैं तो बड़ी जनहानि होती है।

पुलिस के सामने से निकल रहे वाहन, कार्रवाई से गुरेज-

माल वाहक वाहनों में यात्रियों को बिठाकर पुलिस के सामने से वाहन संचालक निकल रहे हैं।लेकिन पुलिस द्वारा ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।  ग्रामीण अंचलों के थानों व पुलिस चौकियों के सामने से भी माल वाहक वाहनों में बारातियों को भरकर ले जाया जा रहा है।
यदि पुलिस द्वारा ऐसे वाहनों को रोका भी जाता है तो महज अर्थदंड की कार्रवाई कर छोड़ दिया जाता है, और पुलिस के सामने ही वाहन संचालक यात्रियों को भरकर रवाना हो जाते हैं।पूर्व मैं भी हादसे हो चुके है लेकिन कोई सबक नही लिया जा रहा है।

इनका कहना है- अखिलेश दाहिया थाना प्रभारी स्लीमनाबाद

माल वाहक वाहनों में यात्रियों को बिठाकर ले जाने से खतरा तो रहता ही है।
वर्तमान मैं लोकसभा चुनाव के चलते पुलिस स्टाफ ड्यूटी पर है।फिर भी समय समय पर ऐसे वाहन संचालकों को समझाइस के साथ कार्रवाई भी की जा रही है।लोकसभा चुनाव के बाद चेकिंग अभियान मैं तेजी लाई जाएगी।

 

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