न होंगे शुभ – मांगलिक कार्य न ही बजेगी शहनाई, खरमास के आगाज होते ही लगा विराम

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कटनी/स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ); 15 जनवरी मकर संक्रांति तक अब न तो शहनाई बजेगी न ही शुभ -मांगलिक कार्य होंगे।क्योंकि 16 दिसंबर से खरमास का आगाज हो गया है,जो 15 जनवरी तक एक माह रहेगा।इस एक माह में विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं होंगे।इस दौरान  विवाह, सगाई, यज्ञ, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य नहीं होंगे। साथ ही नया घर या वाहन आदि खरीदना भी वर्जित हैं।पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि 16 दिसम्बर से खरमास शुरू हो गया है जो नए साल में 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति के दिन समाप्त हो होगा।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव के एक राशि से दूसरे राशि में स्थान बदलने की प्रक्रिया को संक्रांति कहते हैं।
सूर्य देव के धनु राशि में प्रवेश करते ही खरमास का आगाज हो गया है। सूर्य देव 15 जनवरी को धुन राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे, तो मकर संक्रांति पड़ेगी।वही पंडित रमाकांत पौराणिक ने बताया कि वर्ष भर मैं दो बार खरमास लगता है।एक खरमास मध्य मार्च से मध्य अप्रैल के बीच और दूसरा खरमास मध्य दिसंबर से मध्य जनवरी तक होता है।
इस समय सूर्य की उपासना करने का विशेष महत्व माना जाता है।खासतौर पर जिनकी कुंडली मे सूर्य की कमजोर स्थिति हो उन्हें खरमास के दौरान सूर्य उपासना करनी चाहिए।
शास्त्रों में खरमास का महीना शुभ नहीं माना गया है।इस अवधि में मांगलिक कार्य करना प्रतिबंधित है।
वही दिसंबर के पश्चात 14 मार्च 2024 से 14 अप्रैल 2024 तक सूर्य, मीन राशि में होंगे। इसे मीन मलमास कहा जाता है। इस एक महीने की अवधि में भी शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे।

 


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