मानसून की दस्तक:झमाझम बारिश से मुरझाए किसानों के चेहरों मैं लौटी खुशियां
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : आषाढ़ माह शुरू हो गया था ओर मानसून की दस्तक नही हुई थी!जिससे खरीफ सीजन कृषि कार्य पिछड़ रहा था जिससे किसान परेशान नजर आ रहे थे ओर किसान आसमान की ओर बारिश के लिए टकटकी लगाए बैठे थे!हालांकि शुक्रवार को मानसून की दस्तक हुई ओर झमाझम बारिश से स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र के किसानों को राहत मिली।शुक्रवार को जब दोपहर अचानक एकाएक मौसम बदलाव हुआ ओर तेज तूफान व गर्जना के साथ झमाझम बारिश होने लगी।झमाझम बारिश होने से किसानों के चेहरों मैं खुशियां लौटी आई।बारिश होते ही किसान खेतोँ का रुख कर लिए ओर कृषि कार्य मैं जुट गए।
जिन किसानों ने धान के रोपा लगाने के लिए नर्सरी नही डाली थी वो खेतो मे धान की नर्सरी तैयार करने बोवनी की!
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धान की सूखती फसल को मिली संजीवनी
कृषक पवन यादव,रामनरायण यादव,राकेश साहू,प्रमोद कुशवाहा का कहना था कि कुछ क्षेत्र मे धान की बोवनी हफ्ते भर पहले कर दी गई थी लेकिन बारिश न होने से धान की फसल सूखने लगी थी!जिससे किसान परेशान हो रहा था।साथ ही 50 फीसदी खेतो मैं अभी भी धान रोपाई कार्य के लिए नर्सरी तैयार नही की गई!शुक्रवार को लगभग एक घंटे हुई बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली।क्योंकि सूखती हुई धान की फसल को संजीवनी मिल गई।शुक्रवार को एक घंटे की झमाझम बारिश से खेतो मे पानी दिखने लगा!
आसमान मैं मेघों की काली घटाए बारिश का अंबार लेकर आई। घने काले बादल छाये रहने के साथ गरज-चमक के साथ बादल बरसे। जिससे तापमान मैं भी गिरावट आई। बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया। जगह जगह जलभराव हो गया।कृषि विभाग के एसएडीओ आर के चतुर्वेदी ने बताया कि शुक्रवार को हुई बारिश किसानों के वरदान बन गई।जिससे एक ओर जहां सूखती धान की फसल को संजीवनी मिल गई तो जो शेष बचा रकबा बारिश के इंतजार मैं धान रोपाई के लिए नर्सरी तैयार करने बचा हुआ था।अब बारिश होने से किसान नर्सरी तैयार कर लेंगे।
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बिजली व्यवस्था हुई प्रभावित
वर्षाकाल के समय विद्युत विभाग की भी लचर व्यवस्था का सिस्टम जारी है।बारिश पूर्व किये गए मेंटेनेंस के दावों की हकीकत सामने आ रही है।बारिश होते ही फाल्ट होना शुरू हो जाते है जिससे दिन व रात भर ब्लैक आउट की स्थिति बन रही है। बारिश तो मानो विद्युत विभाग के लिए बहाना बन जाती है कि फाल्ट आ गए है विद्युत आपूर्ति होने मैं समय लगेगा।फाल्ट सुधार के नाम पर 5 से 6 घण्टे विद्युत व्यवस्था चरमराई गई।जिससे आमजन परेशान होते दिखे। देर शाम तक ग्रामीण अंचलों मैं विद्युत आपूर्ति ठप्प रही।
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