जबलपुर में विस्‍फोटक पदार्थों के निर्माण स्‍थलों,गोदामों और विक्रय केन्‍द्रों की होगी जांच 

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जबलपुर :हरदा में हुई घटना को देखते हुये कल बुधवार 7 फरवरी को जबलपुर जिले में स्थित पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थों के निर्माण स्थलों, गोदामों और विक्रय केंद्रों का प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा सयुंक्त निरीक्षण किया जायेगा। यह जानकारी कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज शाम आयोजित प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों की बैठक में दी गई। कलेक्टर कार्यालय में सम्पन्न हुई इस बैठक में पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह विशेष तौर पर मौजूद थे।बैठक में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों की जाँच सुबह 9 बजे से शुरू कर दें। उन्होंने सभी लायसेंस धारियों को भी निर्देश दिये कि सुबह 9 बजे लायसेंस एवं सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अनिवार्य रूप से मौके पर मौजूद रहें।कलेक्टर श्री सक्सेना ने बताया कि पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों और विक्रय केंद्रों के निरीक्षण के लिये अनुविभाग स्तर पर एसडीएम और एसडीओपी की एवं तहसीलदार एवं थाना प्रभारियों के सयुंक्त दल गठित किये जाने के साथ-साथ जिला स्तर पर भी अपर कलेक्टरों एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों की सयुंक्त टीमें गठित की जा रही हैं। इसके अलावा वे स्वयं भी पुलिस अधीक्षक के साथ पटाखा निर्माण स्थलों और गोदामों का निरीक्षण करेंगे।कलेक्टर ने बैठक में सभी एसडीएम और अनुविभागीय पुलिस अधिकारियों को निरीक्षण के दौरान स्थानीय अमले को भी साथ रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम अपने क्षेत्र के पटाखा लायसेंसधारियों को सुबह 9 बजे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ मौके पर मौजूद रहने सूचित कर दें।

कलेक्टर ने अनुविभागीय दण्‍डाधिकारियों को पुलिस अधिकारियों के साथ पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थल, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों के दौरान सभी जरूरी अनुमतियों और लायसेंस की शर्तों का बारीकी से अध्ययन करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि यदि लायसेंस की शर्तों का उल्लंघन पाया जाता है या कमियाँ पाई जाती है इसकी बिंदुवार जानकारी अपनी निरीक्षण रिपोर्ट दें, ताकि सबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जा सके। उन्‍होंने शाम तक निरीक्षण रिपोर्ट के निर्देश भी सभी एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को दिये। बैठक में पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को पटाखा और विस्फोटक पदार्थो के निर्माण स्थलों, गोदामों एवं विक्रय केंद्रों की जाँच में पूरी गम्भीरता बरतने के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि अधिकारियों को देखना होगा कि लाइसेंस की शर्तों का पालन किया जा रहा है या नहीं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाये कि एक ही लायसेंस से अलग-अलग स्थानों पर पटाखों का निर्माण या भंडारण तो नहीं किया जा रहा है अथवा एक ही स्थान पर पटाखा निर्माण के लिये एक से ज्यादा लायसेंस तो नहीं ले लिये गये । उन्होंने गोदामों की भण्‍डारण क्षमता और भण्‍डारण विस्‍फोटकों की जांच करने के निर्देश भी दिये। पुलिस अधीक्षक ने लायसेंस निरस्त कर दिये जाने के बावजूद पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थो का निर्माण या भंडारण अथवा विक्रय करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने कहा। बैठक में बताया गया कि पटाखा विस्फोटक पदार्थो के लायसेंस की जाँच करने गठित प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों की टीम के साथ एक-एक इंजीनियर को भी तैनात किया जायेगा जो निर्माण स्थल और गोदामों के भवन का निरीक्षण कर बतायेंगे कि लायसेंस की शर्तों के मुताबिक भवन उपयुक्त है या नहीं । बैठक में जिलेटिन और डायनामाइट के भंडारण के जारी लाइसेंसों का भी निरीक्षण करने के निर्देश एसडीएम एवं पुलिस अधिकारियों को दिये गये । बैठक में अपर कलेक्टर मिशा सिंह, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड भी मौजूद थे । सभी एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये इस बैठक से जुड़े थे ।

 


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