सांप या जहरीले कीड़े के काटने पर झाड़ – फूक नही,बल्कि कराए इलाज
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद – ग्रीष्मकालीन समय चल रहा है ओर आने वाले दिनों मै वर्षा काल शुरू हो जायेगा!
इन दोनों समय पर सर्पदंश और जहरीले कीड़े के काटने की घटनायें अधिक होती है। शिक्षा और जागरूकता के अभाव मे ग्रामीण इलाके के लोग डॉक्टर के पास जाने के बजाय झाड़-फूक का सहारा लेते है , जिससे पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। सर्पदंश का शिकार ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के खेती किसानी और मेहनत मजदूरी का काम करने वाले लोग होते है।
ऐसे मै सर्पदंश या जहरीले कीड़े के काटने की घटना होने पर झाड-फूक से मरीज को ढीक कराने के चक्कर मे नहीं पड़ें, बल्कि मरीज को उपचार के लिए तत्काल निकटतम अस्पताल पहुंचाने का प्रयास करें!
उक्त बाते एसडीएम राकेश चौरसिया ने शुक्रवार को जनपद सभागार बहोरीबंद मै आयोजित एंटी स्नेक बाइट जागरूकता कार्यशाला मै कही!
सांप के काटने पर झाड – फूक से नहीं बल्कि एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन से ही मरीज की जान बचाई जा सकती है।
बहोरीबंद विकासखंड के प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों मे एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन पर्याप्त संख्या मे उपलब्ध है । इसलिए सर्पदंश पीड़ित को यदि समय पर उपचार मिल जाये तो उसकी जान बचाई जा सकती है।
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गर्मी व वर्षा काल मे सांप काटने के मरीज अधिक-
डॉ अनुराग शुक्ला ने कहा कि सांप काटने के केस ग्रामीण क्षेत्र से अधिक आते है। इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी और उमस से आमजन की तरह ही जीव जंतु भी अधिक परेशान है। वे अपने बिलों से बाहर निकलते है और खेतों आदि में काम करने वाले लोग अनजाने में सर्पदंश का शिकार बन जाते है।इसी प्रकार वर्षा काल मै भी सर्पदंश की घटनाये अधिकतर सामने आती है!
बीसीएम डॉ राबिन गुप्ता ने कहा कि सांप अगर काट ले तो बिल्कुल भी देर नहीं करे और ना घबरायें। कोशिश करें कि जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचे। सांप कांटने वाली जगह पर किसी भी तरह की छेड़छाड़ न करें। उस जगह को कपडे से भी न बांधे और न ही सांप के जहर को मुंह से बाहर निकालें।
बीपीएम डॉ अरुण शुक्ला ने कहा कि काटने वाले सभी सांप विषैले नहीं होते है। इसलिए सर्पदंश पीड़ित को घबराना नहीं चाहिए। सामान्यतः जहरीले सांपों के काटने पर दांतों के दो निशान अलग ही दिखाई देते है। जबकि गैर विषैले सांप के काटने पर दो से ज्यादा निशान हो सकते है। परंतु ये निशान दिखाई नहीं देते है। सांप के काटने पर करीब- करीब 95 प्रतिशत मामलों मे पहला लक्षण नींद का आना है।
सांप काटने पर काटने वाली जगह के आसपास दर्द ओर सूजन हो सकती है!विष के प्रवेस करने से सूजन आना, धुंधली नजर, सांस तेज लेने मै कठिनाई हो सकती है!आमतौर पर सांप काटने के आधे घंटे बाद लक्षण दिखाई देने लगते है।
वर्षाकाल मै इसलिए पूरी सुरक्षा के साथ बाहर जाने, घरो मै जमीन पर न सोने बल्कि चारपाई /पलंग मे सोने की समझाइश दी गई!
इस दौरान जनपद अध्यक्ष लाल कमल बंसल, जनपद सदस्य प्रवीण यादव, विकासखंड समन्वयक अखिलेश वर्मा,नवीन साहू,उपयंत्री सुशील साहू सहित जनप्रतिनिधियों व अधिकारी -कर्मचारियों की उपस्थिति रही!
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