कूड़ा पटवारी की करतूत,सरकारी कामकाज छोड़ हल्का पटवारी घर मे कर रहा दुकान का संचालन
सुग्रीव यादव कटनी/बहोरीबंद – तहसील बहोरीबंद के कूड़ा हल्का पटवारी सुयश सिंघई की बड़ी करगुजारी सामने आई है!जिसकी करतूत का भंडाफोड़ तहसीलदार बहोरीबंद गौरव पांडेय ने किया!कूड़ा हल्का पटवारी सुयश सिंघई सरकारी राजस्व कामकाज छोड़ घर मे दुकान का संचालन कर रहे है ओर अधिकारियो को गुमराह कर रहे है!जिसकी कारगुजारी तहसीलदार बहोरीबंद ने पकड़ी है!तहसीलदार बहोरीबंद गौरव पांडेय ने बताया कि वर्तमान मे धान पंजीयन के सत्यापन का कार्य चल रहा है!धान पंजीयन की अंतिम तिथि 11 नवंबर 2024 है!उक्त कार्य को समय सीमा पर पूर्ण किया जाये इसके लिए सभी हल्का पटवारियों को आदेशित किया गया!
चूंकि उक्त कार्य को समय सीमा पर पूर्ण किया जाना है इसलिए कोई अवकाश भी मान्य नहीं होगा!उक्त निर्देश के बाद 8 नवंबर को कूड़ा हल्का पटवारी सुयश सिंघई के द्वारा विभागीय व्हाट्सप ग्रुप मे स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए एक दिवस के अवकाश का आवेदन पत्र डाला गया!
9 नवंबर को भी मेरे द्वारा सभी हल्का पटवारियों को निर्देशित किया गया कि धान पंजीयन का सत्यापन कार्य समय सीमा मे पूर्ण करना है!उसके बाद हल्का पटवारी कूड़ा सुयश सिंघई के द्वारा एक माह के मेडिकल अवकाश हेतु आवेदन पत्र तहसील कार्यालय के विभागीय व्हाट्सप ग्रुप मे डाला गया!
उक्त आवेदन पत्र मे उल्लेख किया गया कि दिनांक 7 नवंबर 2024 को सीढ़ी से गिर जाने के कारण मुझे पीठ मे दर्द हो जाने के पर डॉक्टर से परामर्श लेने पर उनके द्वारा मुझे एक माह का रेस्ट हेतु सलाह दी गई है!उक्त आवेदन पत्र का अवलोकन करने के बाद हल्का पटवारी पर संदेह होना प्रतीत हुआ जिसकी जानकारी एसडीएम बहोरीबंद राकेश चौरसिया को दी गई!जिसके बाद एसडीएम बहोरीबंद के तहसीलदार बहोरीबंद को हल्का पटवारी की वास्तविक हकीकत का पता लगाने कहा गया!तहसीलदार बहोरीबंद के द्वारा कूड़ा हल्का पटवारी सुयश सिंघई के छोटा फुहारा जबलपुर स्थित अपनी दुकान जिसका नाम आदिनाथ इलेक्ट्रीनिक्स है, मे व्यापार करते पाए गए!जिसका मौक़े से वीडियो भी बनाया गया!
जिसके बाद प्रथम दृष्टया प्रारम्भिक जाँच मे हल्का पटवारी का मेडिकल के आधार पर आवेदन पत्र झूठा होना प्रतीत होता है!
क्योंकि मेडिकल आवेदन मे उल्लेख किया गया है कि डॉक्टर द्वारा उन्हें डॉक्टर द्वारा एक माह के रेस्ट की सलाह दी गई है यदि वे बीमार स्थिति में है तो उनके द्वारा अपनी जबलपुर स्थित दुकान में कार्य संचालन कैसे किया जा सकता है।
एसडीएम बहोरीबंद द्वारा पूर्व में आदेश जारी कर सभी अधिकारी एवं कर्मचारी को मुख्यालय में रहने हेतु निर्देशित किया गया था एवं बगैर सक्षम अधिकारी के मुख्यालय न छोड़ने बावत आदेशित किया था। लेकिन सुयश सिंघई जबलपुर में निवास करते है वे अपने मुख्यालय बहोरीबंद में निवास नहीं करते हैं एवं जबलपुर से अप-डाउन करते हैं। उक्त कारण से उनके हल्के के सभी शासकीय कार्य प्रभावित होते रहे हैं। पूर्व में भी इन्हें कई बार मुख्यालय पर निवास करने हेतु निर्देशित किया गया है एवं बगैर सक्षम अधिकारी की अनुमति के अनुपस्थित रहने पर सचेत किया गया है परंतु इनके द्वारा पूर्व में जारी आदेश की लगातार अवहेलना की गई है एवं वे जबलपुर से निरंतर अप-डाउन करते हैं। उनके द्वारा लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों का उल्लंघन किया गया है!
एसडीएम ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
बहोरीबंद एसडीएम राकेश चौरसिया ने बहोरीबंद तहसीलदार के प्रतिवेदन के बाद देर शाम हल्का पटवारी कूड़ा सुयश सिंघई की बड़ी लाफ़रवाही पर कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस मे समक्ष पेश होकर जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है!जवाब समक्ष उपस्थित होकर प्रस्तुत करने में असफल रहने पर यह माना जाएगा कि आपके पक्ष में कोई आधार नहीं है तथा आपके विरूद्ध एक पक्षीय आदेश पारित किया जाकर मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम-1966, के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।