14 जलाशयों से किसानों को रबी सिंचाई के लिए मिलेगा पर्याप्त पानी,18 हजार एकड़ मैं खेतो मैं लहलहायेगी रबी सीजन की फसलें

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- रबी सीजन का कृषि कार्य शुरू हो चुका है।कृषक खेतो को तैयार करने के साथ जुताई व बोवनी कार्य शुरू कर दिए है।वही कृषि विभाग के द्वारा भी बहोरीबंद विकासखण्ड के लिए रबी सीजन के लिए 28 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।इस बीच रबी सीजन के लिए किसानों को फसलों के लिए सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता हो सके ,इसके लिए जल संसाधन विभाग ने भी कार्ययोजना तैयार कर ली है।जिसमे बहोरीबंद विकासखण्ड के 14 जलाशयों से 18 हजार एकड़ की फसल सिंचित होगी।बहोरीबंद , सकरवारा, खलरहा,छपरी, मसन्धा,रामपाटन,जुझारी, शांतिनगर,बंदरचुआ, देवरी,कौड़िया, रुपनाथ, कलरहाई, सलैया व हिनौती जलाशय से किसानों को पर्याप्त मात्रा मे सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।जिससे खेतो मैं रबी सीजन की फसलें लहलहाएगी।वही किसानों का कहना है कि खरीफ सीजन मैं वर्षा पर्याप्त मात्रा मे होने से खरीफ सीजन की खेती भी अच्छी हुई है जिससे उत्पादन सही हुआ है।हालांकि बीच मे भूरा माहू रोग लगने से उत्पादन प्रभावित जरूर हुआ है!साथ ही अब रबी सीजन मैं भी गेंहू की खेती का उत्पादन अच्छा हो इसके लिए पानी की उपलब्धता जरूरी है। इसके लिए जल संसाधन विभाग की ओर से सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा मे पानी की उपलब्धता देने की योजना बनाई गई।

सकरवारा जलाशय से छोड़ा गया पानी, शेष से इंतजार –
बहोरीबंद विकासखंड मे जिन 14 जलाशयों से रबी सीजन फसल सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता किसानों को दी जानी है उसके लिए जल संसाधन विभाग की ओर से कार्य शुरू कर दिया गया है!जिसमें अभी सकरवारा जलाशय से सिंचाई के पानी छोड़ दिया गया है जो माइनर नहर के माध्यम से खेतों तक पहुंचेंगा!वही अभी युद्धस्तर पर अन्य क्षेत्र मे धान कटाई का कार्य चल रहा है, जिस कारण जलाशयों से पानी नहीं छोड़ा गया!धान कटाई पूर्ण होते ही किसानों की मांग पर अन्य जलाशयों से भी सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जायेगा!
इन 14 जलाशयों से सिंचाई के लिए तीन बार व जरूरत पड़ी तो चार बार सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जायेगा!

इनका कहना है– एल एन तिवारी उपयंत्री जल संसाधन विभाग बहोरीबंद

बहोरीबंद विकासखण्ड मैं रबी सीजन की सिंचाई के लिए 14 जलाशयों से 18 हजार एकड़ फसल सिंचित होगी व किसानों को पर्याप्त पानी मिलेगा।
सकरवारा जलाशय से पानी सिंचाई के लिए छोड़ दिया गया है।शेष 13 जलाशयों से भी धान कटाई पूर्ण होते ही किसानों की मांग पर पानी सिंचाई के लिए माइनर नहरों मैं छोड़ दिया जाएगा।

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