ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग व नियंत्रण को लेकर हुई शांति समिति की बैठक

इस ख़बर को शेयर करें

जबलपुर :ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग व नियंत्रण को लेकर जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन (भा.प्र.से.) एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) की उपस्थिति में आज पुलिस कंट्रोल रूम जबलपुर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में ध्वनि प्रदूषण यंत्रों को लेकर शासन के दिशा निर्देशों के अमल करने पर विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर जबलपुर सौरभ कुमार सुमन (भा.प्र.से.) ने कहा कि लाउडस्पीकर व ध्वनि विस्तारक यंत्रों से ध्वनि प्रदूषण को लेकर कोई भ्रम की स्थिति न रहे। ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिये कोई नया कानून या नियम नहीं है, इसके पूर्व भी समय-समय पर दिशा निर्देश जारी किये गये है।

ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिये प्रभावी कदम उठायें।

शासन तथा मान्नीय सर्वाेच्च न्यायालय एवं मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय खण्ड पीठ जबलपुर द्वारा ध्वनि प्रदूषण विनिमय एवं नियंत्रण के लिये जारी निर्देशों के पालन पर जोर देकर कहा कि लाउडस्पीकर और डीजे आदि ध्वनि विस्तारक यंत्रों से शोर के कारण मनुष्य के काम करने की क्षमता, आराम, नींद और संवाद में व्यवधान पड़ता है, कोलाहल पूर्ण वातावारण के कारण वृद्धजनों के स्वास्थ्य व परीक्षार्थियों को व्यवधान के साथ मानव शरीर में उसके दुष्प्रभाव पाये जा रहे हैं और यह आम जन-जीवन को भी प्रभावित करता है। अतः समाज के प्रमुखों तथा सभी धर्म प्रमुखों को मिलकर यह सुनिश्चित करना है कि ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिये प्रभावी कदम उठायें जिससे आम जन-जीवन के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े, साथ ही शासन के निर्देश तथा सर्वाेच्च न्यायालय के निर्णयों का पालन सामूहिक सहभागिता से करने की प्राथमिकता दी जाये।आज के परिवेश में परम्परा के स्थान पर मुनष्य और समाज को आगे रखें, जन हित के लिये कोई भी नियम या कानून वर्तमान परिवेश तथा परम्पराओं को ध्यान में रखकर बनाया जाता है, अतः परम्पराओं के नाम पर हठधर्मिता न करें और शासन के निर्देशों का पालन करें। आपने सभी से आग्रह किया कि वे इन बातों को समझें और कानून का पालन कराने में सहयोग करें।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) ने कहा कि धर्म क्षेत्र ने समाज में बड़े-बड़े परिवर्तन किये है और अब समय है धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर नियंत्रण कर समाज में एक नया परिवर्तन लायें।
बैठक के दौरान सभी धर्मगुरूओं, प्रमुखों व अनुयायियों के साथ शांति समिति के सदस्य मौजूद थे। सभी ने अपने-अपने विचार व्यक्त कर यह स्वीकार किया कि ध्वनि प्रदूषण समाज के लिये हितकर नहीं है। सभी ने ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिये शासन के निर्देशों के पालन करने में अपनी सहमति व्यक्त की। ध्वनि प्रदूषण को लेकर हुई बैठक में महाराज डॉ. नरेन्द्र सोनी, मुफ्ती आजम मध्यप्रदेश मुशाहिद रजा, श्री एस.के .मुद्दीन, श्री मुकेश राठौर, श्री भूरे पहलवान, श्री गुड्डू नबी, श्री कदीर सोनी, मोहम्मद इकबाल, श्री कैलाश गुप्ता, श्री ताहिर अली, श्री प्यारे साहब, श्री राजेन्द्र चौधरी, श्री राजेन्द्र सिंह छाबड़ा सहित शांति समिति के अन्य सदस्यों के साथ अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा (भा.प्र.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.), अपर कलेक्टर नाथूराम गोड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर श्री राजेश सिंह राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री रितेश कुमार शिव, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री बी.एस. गोठरिया सभी एस.डी.एम. उपस्थित थे।


इस ख़बर को शेयर करें