भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन रहा संघर्षमय,साध्वी रेखा बहन
भगवानदीन साहू छिंदवाड़ा. परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू आश्रम लिंगा में प्रतिमाह अनुसार जन्माष्टमी के पावन पर्व पर आश्रम के आसपास के जरूरतमंदों को राशन , अनाज और वस्त्र भेंट किये गए ।
जन्म ही जेल में और लालन पालन गोकुल
इस अवसर पर साध्वी रेखा बहन का सत्संग सम्पन्न हुआ । साध्वी बहन ने बताया कि इस आश्रम में प्रतिमाह अमावस्या के आसपास विशाल भंडारे का आयोजन होता है। इस बार जन्माष्टमी को पावन पर्व पर सम्पन्न हुआ । भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन संघर्षमय रहा । उनका जन्म ही जेल में हुआ और लालन पालन गोकुल में ।
बचपन में ही आसुरी शक्तियों का सामना
बचपन से ही उन्हें खत्म करने के लिए पूतना , बकासुर , अघासुर , धेनकासुर जैसे कई दैत्यों का सामना करना पडा । परिस्थिति ऐसी बनी की उन्हें प्राणप्रिय नन्द बाबा , माता यशोदा , राधा जी , गोप , ग्वालों , और गायों को छोड़ना पड़ा बाद में मथुरा भी छोड़ना पड़ा , बाल्यकाल में धोखे से कंस ने उन्हें मथुरा बुला लिया ।
कंस को पहुँचाया स्वधाम
वहां उन्होंने कंस जैसे अत्याचारी का वध कर स्वयं के माता-पिता को कारागृह से मुक्त करवाया । डिप्रेशनमय जीवन जीने वालों को भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि सब कुछ छूटने के बाद भी वह हमेशा प्रसन्न मुद्रा में ही रहते थे ।
भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन
आश्रम में भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का मंचन किया गया। मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन सम्पन्न हुआ । उधर श्री शक्ति ट्रस्ट द्वारा संचालित सन्त श्री आशारामजी गुरुकुल और महिला उत्थान आश्रम में भी जन्माष्टमी हर्षोल्लास से मनाई गई । कई सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न हुए ।
पूज्य बापू की रिहाई के लिए हवन पाठ
पूज्य बापूजी के कुशल स्वास्थ्य और शीघ्र रिहाई के लिए हवन पाठ भी सम्पन्न हुआ । महिला आश्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे नगर निगम के महापौर विक्रम आहाके और डॉ राकेश ने कार्यक्रम की जम कर सराहना की सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया ।
9 हजार जरूरतमंदों को किया गया राशन,अनाज ,वस्त्र भेंट
लिंगा आश्रम के आसपास के ग्रामों से आये लगभग 9 हजार जरूरतमंदों को राशन , अनाज , वस्त्र भेंट किये गए । आश्रम प्रबंधन द्वारा आश्रम के आसपास के लगभग 500 गरीब परिवार जनों के विधिवत राशन कार्ड भी बनाये गए हैं । सभी साधक और जरूरतमंदों के लिए फलाहार और भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई थी ।
ये रहे उपस्थित
इस दैवीय कार्य में खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , गुरुकुल की संचालक दर्शना खट्टर , महिला उत्थान आश्रम की संचालिका साध्वी नीलू बहन , लिंगा आश्रम की संचालिका साध्वी प्रतिमा बहन , दामोदर इंग्ले , आशा इंग्ले , अशोक कराडे , सुभाष इंग्ले ,सुमन दोईफोड़े , करुणेश पाल , डॉ. मीरा पराड़कर , आदि ने अपनी-अपनी सेवाएं दीं।