खरीफ सीजन कृषि कार्य अधर मे न ही हो रही बारिश न ही मिल रही बिजली

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स्लीमनाबाद- खरीफ सीजन कृषि कार्य का दौर शुरू हो गया है।आषाढ़ माह समाप्ति की ओर है लेकिन अभी तक वर्षा अनुकूल न होने से धान रोपणी कार्य अधर मे चल रहा है!किसान भी भगवान भरोसे धान की बुवाई करने मे लगे हुए है!
क्योंकि एक ओर पर्याप्त बारिश न होना दूसरी बची कसर बिजली विभाग निकाल रहा है!इन दिनों अन्नदाताओं को समय पर पूरी बिजली नहीं मिल पा रही है। इसके साथ ही हालात यह है कि खराब ट्रांसफॉर्मर भी समय पर नहीं बदले जा रहे है। ऐसे में किसानों को खरीफ सीजन में काफी परेशानी हो रही है।अभी तक बहोरीबंद विकासखंड क्षेत्र मे 50 से 60 फीसदी ही खरीफ सीजन की बुवाई का कार्य हुआ है!
इससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर हालात यह है कि निर्धारित समय में कई बार ट्रिपिंग हो रही है। जिससे किसानों को सिंचाई मैं परेशानी हो रही है।बहोरीबंद विकासखण्ड में धान रोपणी के लिए अभी खेतो को तैयार करने सिंचाई का दौर जारी है। इसके लिए किसानों को बिजली की आवश्यकता है। इसके लिए विद्युत विभाग की ओर से नियमानुसार 10 घण्टे कृषि कार्य हेतु बिजली दी तो जा रही है लेकिन 6-4 घण्टे के दो शिफ्ट मैं।
दिन मैं 6 घण्टे व रात मैं 4 घण्टे का शेड्यूल निर्धारित किया गया है।किसानों की मांग है कि एक ही शेड्यूल बनाकर दिन मैं 10 घण्टे कृषि कार्य हेतु बिजली आपूर्ति की जाए जिससे सिंचाई व्यवस्था हो सके।वर्षा काल के समय रात्रि के समय किसानों को सिंचाई के लिए रतजगा करना पड़ता है।
एक साथ क्षेत्र मे सिंचाई शुरू होने से वर्तमान मे लोड काफी बढ़ गया है। इससे दिन में कई बार ट्रिपिंग हो रही है। बार-बार होने वाली ट्रिपिंग के कारण ट्रांसफॉर्मर जल रहे है। एक साथ ट्रांसफॉर्मर की मांग बढऩे से कई किसानों को समय पर ट्रांसफॉर्मर नहीं मिलने की समस्या बढ़ती जा रही है।
किसानों को खेतों में ही पूरे 6 घंटे बिजली के इंतजार में गुजारने पड़ रहे है। कई बार तो हालात यह हो जाते है कि चार घंटे भी बिजली पूरी तरह से नहीं मिल पाती है। इससे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।

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एक ही शिफ्ट मैं दी जाए कृषि बिजली-
कृषक रामनारायण यादव, जुगलकिशोर यादव,संतोष यादव,नरेंद्र कुशवाहा का कहना है कृषि कार्य के लिए जो 10 घण्टे बिजली देने का प्रावधान है,उसे दो शिफ्ट मैं न देकर एक ही शिफ्ट मैं रेगुलर दी जाए जिससे किसानों को सिंचाई कार्य की समस्या न हो।

इनका कहना है- कृष्ण मोहन सहायक अभियंता

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कृषि कार्य के लिए विभाग स्तर से जो शेड्यूल जारी किया गया है उसी शेड्यूल के तहत विद्युत आपूर्ति की जा रही है।
ट्रिपिंग के कारण जरूर ट्रांसफार्मर खराब हो रहे है।रही बात ट्रांसफार्मरो के बदलने की तो जहां उपभोक्ता विद्युत बिल जमा कर रहे है वो बदले जा रहे है।जहां उपभोक्ता बिजली बिल जमा नही कर रहे वहां जरूर ट्रांसफार्मर नही बदल पा रहे है।

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