श्री कृष्ण-रुक्मणि विवाहोत्सव मैं झूमे श्रद्धालु,बरसाए फूल, हरिदास ब्रजधाम मैं चल रहा है बसंतोत्सव पर्व

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स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ):  स्लीमनाबाद ग्राम पंचायत के ग्राम कोहका  स्थित हरिदास ब्रजधाम मैं सात दिवसीय बसंतोत्सव पर्व का आयोजन चल रहा है।बसंतोत्सव पर हरिदास जी महाराज मंदिर मे सप्ताह ज्ञान यज्ञ चल रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन कथा में श्रीकृष्ण रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ। जिसे बड़े धूमधाम से मनाया गया। श्रीमद भागवत कथा के छठवें दिन कथावाचक पंडित रमाकांत पौराणिक ने रास पंच अध्याय का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय है। उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है, वह भव पार हो जाता है। उन्हें वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती है। महारास लीला द्वारा ही जीवात्मा परमात्मा का ही मिलन हुआ। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने 16 हजार कन्याओं से विवाह कर उनके साथ सुखमय जीवन बिताया। भगवान श्रीकृष्ण रुकमणी के विवाह की झांकी ने सभी को खूब आनंदित किया। भागवत कथा के छठवें दिन मंगलवार को कथा स्थल पर रूकमणी विवाह के आयोजन ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रीकृष्ण रुक्मणी की वरमाला पर जमकर फूलों की बरसात हुई। कथावाचक ने भागवत कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि जो भक्त प्रेमी कृष्ण रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं उनकी वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है। रुक्मणी विवाह महोत्सव प्रसंग पर व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि रुक्मणी के भाई  उनका विवाह शिशुपाल के साथ सुनिश्चित किया था।लेकिन रुक्मणी ने संकल्प लिया था कि वह शिशुपाल को नहीं केवल गोपाल को पति के रूप में वरण करेंगे। उन्होंने कहा शिशुपाल असत्य मार्गी है। द्वारिकाधीश भगवान श्री कृष्ण सत्य मार्गी है। इसलिए वो असत्य को नहीं सत्य को अपनाएगी। अंत मैं भगवान श्रीद्वारकाधीशजी ने रुक्मणी के सत्य संकल्प को पूर्ण किया।
इस दौरान बडी संख्या मे श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।

बसंतमहोत्सव आज-
हरिदास ब्रजधाम मैं बुधवार को बसंतमहोत्सव मनाया जाएगा।मन्दिर मैं दिन भर विविध धार्मिक आयोजन आयोजित होंगे।दूर दूर से श्रद्धालु अपनी मान्यताओं को लेकर आस्था के मंदिर मे मत्था टेकेंगे।बुधवार की शाम हवन यज्ञ पूर्णाहुति होगी।मध्य रात्रि 12 बजे विश्व कल्याण की कामना को लेकर बांके बिहारी का रुद्राभिषेक कर धर्म ध्वजा धारण कराया जाएगा।प्रातःकाल 4 बजे बांके बिहारी की सखियों के द्वारा रहस्य लीला का महारास रचाया जाएगा।
इस दौरान डॉ दिलीप त्रिपाठी, पंडित प्रदीप त्रिपाठी,रामनरेश त्रिपाठी,नवनीत चतुर्वेदी,जयदीप त्रिपाठी,
गणेश तिवारी,सविनय तिवारी,गुलाब यादव,गणेश यादव,रामनारायण यादव,राजेंद्र यादव, पवन यादव,मदन यादव सहित बड़ी संख्या मैं भक्तो की उपस्थिति रही।


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