5 से 15 हजार रूपये में बेचे जा रहे थे बैंक खाते,अंतर्राज्यीय ऑनलाईन फर्जी बैंक खातों के सिंडीकेट का खुलासा

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जबलपुर :मध्यप्रदेश मे पहली बार अंतर्राज्यीय ऑनलाईन फर्जी बैंक खातों के सिंडीकेट का खुलासा करते हुए जबलपुर पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है,बताया जा रहा है की डेढं सौ खातों में करोडों रूपयों का फर्जी लेन-देन होता था, इन जालसाजों ने कई राज्यों में अपना जाल  फैला रखा था ।इतना ही नहीं 5 से 15 हजार रूपये में बैंक खाते बेचे जाने की बात भी सामने आई है।

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अपराध जिनमें गिरफ्तारी की गयी

थाना कुण्डम अपराध क्रमाक 13/24 धारा 420 भादवि, थाना गेारखपुर अपराध क्रमाक 37/24 एवं 40/24 धारा 406,420 भादवि

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नाम पता गिरफ्तार आरोपी:

1- इफ्तकार अहमद पिता मरहुम मुमताज अहमद उम्र 43 वर्ष निवासी ढेडी नीम दुर्गा मंदिर के पास हनुमातताल
2-मो. आसिफ पिता स्व नासिर अलि उम्र 43 वर्ष निवासी 1044/2 आजाद नगर पानी वाली तैलया गोहलपुर
3-अजीत बेन पिता रामदयाल बेन उम्र 29 वर्ष निवासी मकान नबर 2320 शर्मा आ टा चक्की के पास बजरग नगर राझी 4-हेमंत पिल्ले उर्फ सनी पिता आशीर्वदान पिल्ले उम्र 27 वर्ष निवासी दमोह नाका त्रिमूर्ती नगर लालाराम चौक थाना गोहलपुर 5-अरविन्द यादव पिता स्व शंकरलाल यादव उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम कछपुरा थाना गोसलपुर जिला जबलपुर (म.प्र.) 6- आशीष कोरी पिता लखनलाल कोरी उम्र 24 वर्ष निवासी शाहनाला तिलवारा 7- प्यूष खटीक पिता धनराज खटीक उम्र 21 वर्ष निवासी त्रिपुरी चौक गढा

नाम फरार आरोपी :1-अकबर अहमद तथा सलीम दोनों निवासी जिला जामताड़ा झारखण्ड एवं अन्य

क्या है पूरा मामला ?

पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पहला मामला थाना कुण्डम का है जहाँ पर अरविन्द सिह मार्काे निवासी कुंडम के व्दारा शिकायत की गई थी कि दिनाक 10.07.23 को उसके खाते से एक लाख रुपये की ऑनलाईन धोखाधडी हुई है । शिकायत जांच पर अपराध क्रमाक 13/24 धारा 420 भादवि का थाना कुंडम मे कायम किया जाकर विवेचना मे लिया गया ।

दूसरा मामला 

दूसरा मामला  गोरखपुर थाना क्षेत्र का है जहाँ पर  दिनाक 18.01.24 को रोहित धोटे निवासी गुप्तेश्वर के व्दारा रिपोर्ट किया कि अजित बेन लोन दिलाने के नाम पर उसकी बैंक की पासबुक, एटीएम एवं मोबाईल नम्बर ले लिया था काफी दिन तक जब उसे लोन नही मिला, बैक मे जाकर पता किया तो उसे ज्ञात हुआ कि उसके खाते मे बिना उसकी जानकारी के अनाधिकृत रुप से लाखो का ट्रान्जक्शन हुआ है। रिपोर्ट पर अपराध क्रमाक 37/24 धारा 406,420 भादवि का कायम कर विवेचना मे लिया गया ।

तीसरा मामला 

वहीं तीसरा मामला गोरखपुर थाना का है जहाँ पर तुषार झारिया व्दारा दिनाक 19.01.24 को शिकायत की गयी कि हेमंत पिल्ले ने लोन दिलाने के लिए उसका एवं उसकी मॉ रेखा झारिया के बैंक की पास बुक एवं एटीएम कार्ड ले लिया था काफी दिन तक लोन नहीं मिलने पर बैंक नयी पासबुक लेने हेतु जाने पर ज्ञात हुआ कि उसके एवं उसकी मॉ के खाते मे अनाधिकृत रुप से लाखो रुपये का ट्रान्जक्शन हुआ है जो कि उसके व्दारा नही किया गया था । रिपोर्ट पर अपराध क्रमाक 40/24 धारा 406,420 भादवि का अपराध पंजीबद्द कर विवेचना मे लिया गया ।

ऐसे हुआ खुलासा 

पुलिस अधीक्षक जबलपुर आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) को लगातार ऑन लाईन फ्राड की शिकायतें मिल रही थी, पुलिस अधीक्षक जबलपुर  आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर  प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.), अति. पुलिस अधीक्षक अपराध  समर वर्मा , अति. पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण  कमल मौर्य, को टीम गठित करते हुये पतासाजी कर आरोपियेां की गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर सायबर सेल एवं क्राईम ब्रांच की टीम गठित करते हुये पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये लगाया गया।विवेचना के दौरान थाना कुण्डम के शिकायतकर्ता अरविंद सिंह के खाते से 1 लाख रूपये की राशि का ट्रांसफर तिलवारा निवासी आशीष कोरी के खाते में हुआ है। आशीष कोरी के सम्बंध में पतासाजी करते हुये आशीष कोरी उम्र 24 वर्ष निवासी तिलवारा को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी तो आशीष ने बताया कि उसने अपना खाता पियूष खटीक निवासी त्रिपुरी चौक गढा को 5 हजार रूपये में बेचा है। पियूष खटीक को अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ करने पर पियूष खटीक ने बताया कि उक्त खाते को उसने आसिफ एवं इफ्तकार को 10 हजार रूपये में बेचा है, आसिफ एवं इफ्तकार को अभिरक्षा में लेते हुये पूछताछ की गयी जिस पर इफ्तकार ने बताया कि उक्त खाते को उसने अपने साले जिला जामताड़ा झारखण्ड निवासी अकबर अहमद एवं अकबर के दोस्त सलीम को 16 हजार रूपये में बेचा है। इफ्तकार एंव आसिफ नेे पूछताछ पर बताया कि इस खाते के अतिरिक्त 150 से अधिक खाते हमारे द्वारा अकबर अहमद एवं सलीम को विगत एक से डेढ वर्ष में 16 हजार रूपये प्रति खाते की दर से बेचे गये है।इसी प्रकार थाना गोरखपुर में रोहित धोटे द्वारा की गयी शिकायत की जांच पर पाया गया कि लोन दिलाने के नाम पर अजीत बेन निवासी रांझी को दिया गया था। अजीत बेन को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।इसी प्रकार तुषार झारिया द्वारा की गयी शिकायत की जांच पर पाया गया कि लोन दिलाने के हेमंत पिल्ले को खाता दिया था, हेमंत पिल्ले को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी तो हेमंत पिल्ले द्वारा बताया गया कि वह इस प्रकार के खाते एकट्ठे कर इफ्तकार अहमद एवं अरविंद यादव निवासी गोसलपुर को 12 हजार रूपये में बेचे है। अरविंद यादव से पूछताछ की जा रही है।उल्लेखनीय है कि अभी तक की जाँच में बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, एफडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, केनरा बैंक, आईडीएफसी बैंक, इंडियन बैंक, आदि के लगभग डेढ सौ से दो सौ खातो में करोडों का अनाधिकृत लेन देन होना पाया गया है, खातों को सीज कराया जा रहा है।

*उल्लेखनीय भूमिका:-ऑन लाईन फ्राड एवं फर्जी बैंक खाता सिंडीकेट का खुलासा कर आरेापियेां को पकडने में सायबर सेल के उप निरीक्षक नीरज सिह नेगी, प्रधान आरक्षक अमित पटेल आरक्षक कृष्णचन्द तिवारी, अभिदीप, जितेन्द्र, मनोज, सौरभ, अरविन्द, चौकी प्रभारी रामपुर उप निरीक्षक प्रभाकर सिह, सउनि रावेन्द्र तिवारी आरक्षक संदीप पाल, संजय सनोडिया थाना गोरखपुर , क्राईम ब्रान्च के सहायक उप निरीक्षक अजय पाण्डेय, प्रमोद पाण्डेय, प्रशान्त सोलंकी, वीरेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक संजय मिश्रा ,रामगोपाल, राममिलन, नीरज, सादिक अली, बलराम पाण्डेय ,अतुल गर्ग, अखिलेश पाण्डेय , आरक्षक मोह. इस्माईल, रंजित, आशुतोष, जयप्रकाश ,अजय लोधी, की सराहनीय भूमिका रही।

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