डीएपी खाद के लिए डबल लॉक केंद्रों मे आधी रात पहुंच रहे किसान, कर रहे रतजगा
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद – रबी सीजन कृषि कार्य चल रहा है!किसान जुताई व बुवाई कार्य मे लग गए है!लेकिन किसानों के समक्ष एक के बाद एक समस्या सामने आती जा रही है। इस समय बहोरीबंद विकासखण्ड का किसान डीएपी 1846 खाद के लिए परेशान हो रहा है। तहसील व ग्रामीण स्तर पर किसानों को सहकारी समिति के माध्यम से खाद नहीं मिल पा रहा है। मजबूरीवश उसे 40 से 45 किमी दूर विकासखण्ड मुख्यालय मैं डबल लाक गोदाम मैं आकर खाद लेनी पड़ रही है। लेकिन यहां आकर भी उसकी समस्या दूर नहीं हो रही है। क्योंकि यहां पहले तो उसे लंबी लाइन में लगना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर एक बार में पर्याप्त खाद नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में उसे खाद के एक-एक कट्टे के लिए कई बार लाइन में लगने मजबूर होना पड़ रहा है। खाद के वर्तमान संकट ने कृषि विभाग और प्रशासन के दावे को गलत साबित कर दिया है। जिसमें उन्होंने रबी सीजन बोवनी से पहले ही भरपूर खाद होने का दावा किया था। यहां तक कहा था कि इस बार खाद की कोई समस्या नहीं आएगी।लेकिन वर्तमान मे डीएपी खाद संकट की पोल खुलकर सामने आ गई।
खाद की आई रैक तों आधी रात डबल लॉक पहुंच किसानों ने किया रतजगा –
तीन दिन की छुट्टी के बाद जब रविवार की रात किसानों को जानकारी मिली कि डीएपी खाद की रैक बहोरीबंद डबल लॉक केंद्र पर आ गईं है तों विकासखंड क्षेत्र के ग्राम अमगवा, पटना,डिहुटा, खुर्सी, सिमरापटी, नीमखेड़ा, पौड़ी, पिपरिया सहित अन्य गांवो के किसान आधीरात ही टैक्टर, लोडर वाहन लेकर डबल लॉक केंद्र पहुंच गए!जहाँ अलाव लगाकर व कंबल ओढ़कर लाइन लगाकर रतजगा किया!किसान सीताराम पटेल, मनोहरलाल,चंदन,देवेंद्र, राममिलन,राजेश कुमार, जहान सिंह, बारे सिंह,कोदूलाल यादव, चंद्रभान बौद्ध,गंगाराम नामदेव का कहना था कि डीएपी खाद का इंतजार से 15 दिनों से कर रहे है!इससे पहले जब अगलें सप्ताह डीएपी खाद आई थी तों उन्हें नहीं मिल पाई थी!
ऐसे मे उनका बोवनी कार्य पिछड़ गया था!इसलिए जैसे ख़बर मिली रविवार की आधी रात को ही डबल लॉक केंद्र आ गए!
हालांकि खाद मिलते मिलते दोपहर हो गईं!डबल लॉक केंद्र पर आधीरात से ही किसानों का आना शुरू हो गया था!सुबह लंबी कतार लग गईं!विकासखंड क्षेत्र के अलग -अलग क्षेत्रों से आये किसानों मे कौई रात 2 व 3 बजे, कोई सुबह 5 बजे घर से निकलना बताया तों कोई 7 बजे!सभी को उम्मीद थी कि जल्दी आने पर जल्दी खाद मिल जाएगी!
समितियों मे नहीं खाद, यह कैसी नीति –
किसानों का कहना था कि खेती से किसानों की आय दोगुनी होगी इसका ढिंढोरा सरकार पीठती है!लेकिन जब खेती के लिए खाद ही नहीं मिल पा रही तो कैसे किसान समृद्ध बनेगा!
शासन -प्रशासन की यह दोहरी नीति क्यों है!सहकारी समितियों मे डीएपी खाद की उपलब्धता नहीं कराई जा रही, जिससे समितियाँ शोपीस बनी हुई है!डीएपी खाद की उपलब्धता मात्र डबल लॉक केंद्रों मे ही करवाई जा रही है!
जिससे किसानों को 40 से 45 किलोमीटर दूर बहोरीबंद या कटनी जाना पड़ रहा है!
इनका कहना है – अमित तिवारी
जिला विपणन अधिकारी
जिले मे पर्याप्त मात्रा मे सभी उर्वरक है!
रविवार को ही 745 मिट्रिक टन डीएपी खाद का रैक लगा था!
जिसे डबल लॉक केंद्रों के अलावा अन्य उर्वरक विक्रय केंद्र स्थलों पर पहुँचाया गया है!
किसान भाई परेशान न हो सभी किसानों को खाद की उपलब्धता होगी!
इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें।
Click Here >>
Donate Now
इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।
इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।
Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।