रक्षाबंधन पर्व पर जिला जेल के 207बंदियों को उनकी बहनों ने उत्साहपूर्वक बांधीं राखी
सुग्रीव यादव कटनी – जिला जेल कटनी में भाई -बहन के स्नेह का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन उत्साहपूर्वक उत्सवी माहौल में मनाया गया। यहां निरुद्ध बंदियों की बहनें सबेरे 8 बजे से ही यहां पहुंच कर जेल में बंद अपने भाई की कलाई में राखी बांधने के लिए पंजीयन कराकर 207बंदी भाईयों को राखी बांधी और सज़ा काटने के बाद भविष्य में अपराध की दुनिया से नाता तोड़ने का संकल्प शगुन में मांगा। भाईयों ने भी अपनी बहनों को नेग में अपराध नहीं करने का विश्वास दिलाया। बंदियों को बहनों से जेल के अंदर खुली मुलाकात की बेहतर व्यवस्था जेल प्रबंधन द्वारा की गई थी।
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आधार कार्ड की मूल प्रति एवं फोटो कॉपी साथ लेकर पहुंचे परिजन
जिला जेल अधीक्षक प्रभात चतुर्वेदी ने बताया कि पुरुष बंदियों को राखी बांधने हेतु मुलाकात केवल उनके परिवार की महिला सदस्य व 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को ही जेल गेट के अंदर प्रवेश दिया गया। महिला बंदियों के भाईयों को दोपहर 12 बजे के बाद मुलाकात, राखी बंधवाने का समय निर्धारित किया गया था ।मुलाकात प्रातः 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक पंजीकृत की गई। बंदियों के परिजन पहचान हेतु आधार कार्ड की मूल प्रति एवं फोटो कॉपी साथ लेकर पहुंचे थे।
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ये चीजें रही प्रतिबंधित
जेल प्रबंधन द्वारा मुलाकात के दौरान अपने कीमती सामान पर्स, मोबाईल, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रूपया, पैसा और कोई भी मादक पदार्थ इत्यादि लेकर आना पहले ही प्रतिबंधित किया गया था।
मुलाकात के दौरान बाहर से बने किसी भी प्रकार के मिष्ठान अथवा कोई भी अन्य सामग्री को जेल के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी। केवल जेल कैंटीन से मिलने वाली रक्षाबंधन विशेष किट (राखी, मिठाई, कुमकुम, फल, नारियल एवं रूमाल) ही स्वीकार किये गये।, जो जेल केंटीन से दो मूल्य वर्गों 100 रूपये एवं 150 रुपये भुगतान कर बहनों ने खरीदा।
*525 से अधिक बहनों ने बांधीं राखी*
जेल अधीक्षक श्री चतुर्वेदी ने बताया कि जिला जेल कटनी में रक्षा बंधन का त्यौहार सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया । जिसमें 207 बंदियों की कलाई में 525 से अधिक बहनों ने जेल में उपस्थित होकर अपने भाई की कलाई में राखी बांधी। इसके अलावा 9 महिला बंदियों से राखी बंधवाने उनके भाई भी जिला जेल पहुंचे थे।
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