रेड आक्साइड का काला चोर कौन ? जमीन खा गई या आसमान निगल गया ?

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जबलपुर :दो महीने पूर्व रेड ऑक्साइड के अवैध उत्खनन होने की सूचना पर वन विकास निगम की टीम ने जोली के जंगल से एक पोकलेन मशीन जप्त की थी, लेकिन रेड आक्साइड की चोरी कौन कर रहा था और खनन कर निकाली गई रेड आक्साइड कहां ठिकाने लगा दी गई ? कौन था रेड ऑक्साइड का काला चोर ? इन सब मामलों से अभी तक पर्दा नहीं उठा है, न ही वन विकास निगम के अधिकारी इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर सके हैं, ऐसे में सवाल उठना लाजमी हो जाता है की रेड ऑक्साइड के काले चोरों को जमीन खा गई या आसमान निगल गया ?वहीँ उस दौरान वन विकास निगम के अधिकारियों के हाथ सिर्फ पोकलेन मशीन लगी थी जिसको राजसात करने की बात की जा रही है।

क्या है पूरा मामला 

मामला सिहोरा तहसील के मझगवां थाना अंतर्गत सेलवारा पंचायत के जोली के जंगल का है जहां पर 29 मार्च 2024 को गुरुवार की देर रात रेड आक्साइड के अवैध उत्खनन की सूचना पर पहुँची वन विकास निगम को रेड आक्साइड के काले चोर तो नहीं मिले लेकिन वहां पर संदिग्ध हालत में खड़ी एक पोकलेन मशीन को वन विकास निगम की टीम ने जप्त की थी, मझगवां समीप जोली के जंगल में रेड आक्साइड के अवैध उत्खनन के मामले का खुलासा तो जिम्मेदार अधिकारी दो महीने बाद भी अभी तक नहीं कर पाये है, लेकिन कार्यवाही के दौरान  तालाब के समीप संदिग्ध हालत में पकड़ी गई पोकलेन मशीन किसी रंजीत सिंह की बताई जा रही है,जिसे राजसात करने की बात वन विकास के अधिकारियों द्वारा कही जा रही है।

पहले से क्या कर रही थी पोकलेन मशीन 

वहीं आधिकारिक सूत्रों की मानें तो पोकलेन मशीन को स्वयं की बताने वाले रंजीत सिंह ने अधिकारियों के सामने बताया है की ग्राम पंचायत के स्वीकृत तालाब की खुदाई के लिए मशीन भेजी गई थी, अब ऐसे में सवाल उठता है की जब तालाब का काम ही सुरु नहीं हुआ था तो पहले से ही मशीन वहां पर क्या कर रही थी?

कहा गया खुदाई वाला माल ?

वहीँ सूत्रों की मानें जोली के जंगल मे लगभग दस दिनों तक  अवैध उत्खनन हो रहा था।लेकिन खुदाई के दौरान निकाली गई रेड आक्साइड कहां सप्लाई गई थी ?रेड ऑक्साइड की चोरी मामले में कौन -कौन लिप्त था ये सब अभी भी राज ही बना हुआ है।इस पूरे मामले को दो महीने से ज्यादा होने जा रहे हैं लेकिन अभी भी अधिकारी सिर्फ जांच की बात ही कह रहे हैं,

 


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