बहोरीबंद कटहा तालाब का भूमाफिया  बिगाड़ रहा था अस्तित्व,रातो रात करवा रहा था मुरम डलवाकर समतलीकरण

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कटनी/बहोरीबंद (सुग्रीव यादव ): तहसील मुख्यालय बहोरीबंद के बस स्टैंड के बाजू में मेन रोड मस्जिद के पीछे निस्तारू कटहा तालाब के अस्तित्व को भू माफिया के द्वारा मिटाया जा रहा है । तालाब का समतलीकरण कर आगे प्लाटिंग करने का खेल चल रहा है।जिस पर तहसीलदार बहोरीबंद गौरव पांडेय के द्वारा ग्रामीणों की शिकायत पर स्थगन आदेश गुरुवार को पारित किया गया ।गौरतलब है कि ग्रामीणों ने 7 मई को तहसीलदार को शिकायत सोपी थी।सौपी हुई शिकायत के माध्यम से बताया गया कि बहोरीबंद में कटहा निस्तारू तालाब है ।जो पूर्व  मैं सन 1990 की मिसल पर पानी सिंघाड़े मछली पालन पार एवं  निस्तार लिखा हुआ था ।लेकिन स्थानीय भूमाफिया केशव गुप्ता द्वारा विगत 3-4 दिन से सैकड़ों डंफर मिट्टी डालकर दिन रात पुराई कराई जा रही थी ।उक्त तालाब बहोरीबंद बस स्टैंड, बिछिया काफ व दर्शन नगर का निस्तारण एवं जल स्तर का प्रमुख आधार है।जिसका व्यावसायिक उपयोग हेतु भूमाफिया द्वारा तालाब को पूरा जा रहा है  स्थानीय  अधिकारियों से मिली भगत कर केशव गुप्ता द्वारा  सन 2013 मैं तालाब का मद बदलकर  सिंचाई खेत  कराकर लगभग दो वर्ष पूर्व 600 से 700 सो हाईवा डंपर जेसीबी मशीन लगवा करके मुरूम मिटटी डलवाकर समतलीकरण किया गया।तब उक्त मामले की शिकायत स्थानीय अधिकारियों से लेकर कलेक्टर महोदय तक की गई थी अधिकारियों के हस्ताक्षेप से काम रुक हुआ था।मगर भू माफिया केशव गुप्ता के द्वारा उक्त तालाब की अगस्त 2022  में सुनियोजित तरीके से जेसीबी से मेढ फोड़कर तालाब का पानी बहा दिया गया । कटहा तालाब स्थाई जल स्रोत का  तालाब है जो कभी नहीं सूखता है तथा इसका उपयोग ग्रमीण आम निस्तारण व पशुओं के पानी पीने मे किया जाता है ।केशव गुप्ता के द्वारा विगत 15 दिन से लगातार रात में पुराई की जा रही थी। पाटा जा रहा था स्थानीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही थी पूर्व में भी लिखित शिकायत दी जा चुकी थी।उक्त कटहा तालाब को पुरवाने से वर्तमान मैं बहोरीबंद नगर ,सिंदूरसी ,बिछिया काप ग्रामों का जलस्तर भी खत्म हो रहा है ,जिससे पानी के लिए हाहाकार मचने लगा है।

तहसीलदार ने जारी किया स्थगन आदेश

शिकायत उपरांत तहसीलदार गौरव पांडेय ने हल्का पटवारी को जांच सौंपी।जांच प्रतिवेदन मिलते ही तहसीलदार गौरव पांडेय के द्वारा 9 मई 2024 को स्थगन आदेश जारी किया गया।साथ ही उक्त तालाब मै मामले के निराकरण होने तक किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई।

 


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