अवैध रूप से यूरिया का भंडारण करने पर गोदाम सील स्टॉक जप्त 

इस ख़बर को शेयर करें

जबलपुर, कृषकों को उच्च गुणवत्ता युक्त कृषि आदान सामग्री बीज, उर्वरक, कीटनाशक प्राप्त हो सके जिससे कृषक को फसल का अधिक उत्पादन प्राप्त हो तथा उनकी आय में वृद्धि हो, इस उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा लगातार सघन रूप से कृषि आदान विक्रेताओं के गोदाम एवं दुकान का निरीक्षण कर नमूने लेने की कार्यवाही की जा रही है।खरीफ सीजन के लिये सभी कंपनियो द्वारा अपने-अपने गोदामों में धान एवं मक्के के बीज का भंडारण किया जाकर उसे निरन्तर आसपास के जिलों तथा जबलपुर जिले के फुटकर व्यापारियों के यहाँ भंडारण कराया जा रहा है। ऐसे में मिलावटी या अवैध रूप से बीज, उर्वरक के भंडारण की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। इन आशंकाओ के चलते कृषि विभाग सतर्क है और उनके द्वारा निरन्तर कृषि आदान विक्रेताओं की दुकानों एवं गोदामों की जांच की जा रही है।इस तारतम्य में आज जबलपुर विकासखंड में जिला स्तरीय दल द्वारा 3 प्रतिष्ठानों की जांच की गई। सहायक संचालक कृषि कीर्ति वर्मा के नेतृत्व में दल द्वारा साहू कृषि उद्यम केन्द्र, कृषि जगत कृषि केन्द्र धनपुरी तथा सियाराम कृषि केन्द्र बरेला का औचक निरीक्षण किया गया तथा उनके समस्त अभिलेखो का अवलोकन किया गया। साहू कृषि केन्द्र द्वारा अपने लाइसेंस में गोदाम जुड़वाये बिना अवैध रूप से यूरिया का भंडारण किया गया था। अतः उनको दल द्वारा नोटिस दिया गया। अत: उनका गोदाम सील कर समस्त स्टॉक जब्त किया गया।
कृषि जगत तथा सियाराम कृषि केन्द्र द्वारा बिना पी.सी. जुडवाये कुछ कंपनियो का बीज भंडारण कर विक्रय किया जा रहा था। अतः वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी रश्मि परसाई द्वारा उनको भी नोटिस जारी कर उनका स्टॉक सीज करने की कार्यवाही की गई तथा बीज के नमूने लेकर विश्लेषण के लिये प्रयोगशाला भेजे गये। दल में मुकेश मीणा जिला परामर्शदाता, बी. सी. नामदेव कृषि विकास अधिकारी, एकता मिश्रा कृषि विस्तार अधिकारी, तथा शिवानी मिश्रा कृषि विस्तार अधिकारी भी मौजूद रहे, और कार्यवाही में सहयोग किया।
किसान बीज एवं उर्वरक के पक्के बिल ले़ं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा कृषको से संपर्क कर सलाह दी गई कि, कोई भी आदान सामग्री बिना बिल के क्रय न करे तथा बिल को अपने पास संभाल कर रखे, ताकि किसी भी विपरीत परिस्थितियो में कृषि आदान विक्रेता के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जा सके।

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें। 

Click Here >> Donate Now

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें