मतदाताओं को डराना पड़ेगा महंगा,अवैध नकद की जब्ती एवं वापसी के लिए समिति गठित

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जबलपुर, लोकसभा निर्वाचन के दौरान स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने और मतदाताओं को डराने, धमकी देने, प्रभावित करने और घूस देने के सभी तरीकों को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना के निर्देश पर उड़नदस्ता दल एवं स्थैतिक निगरानी दल द्वारा सतत् जांच एवं जब्ती की कार्यवाही की जा रही है।जांच के दौरान यदि किसी व्यक्ति से 50 हजार रूपए से अधिक की नकदी पाई जाती है या वाहन में पोस्टर या निर्वाचन सामग्री या कोई ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा दस हजार रूपए मूल्य से अधिक की ऐसी उपहार वस्तुएं ले जाई जा रही हैं, जिनका इस्तेमाल मतदाताओं को प्रलोभन दिए जाने के लिए किए जाने की संभावना हो या वाहन में कोई अन्य गैरकानूनी वस्तुएं पाई जाती हैं, तो वे जब्त किए जाने की शर्त के अधीन होगी। उड़नदस्ते अथवा स्थैतिक निगरानी दल के प्रभारी पुलिस अधिकारी के द्वारा नकदी एवं घूस की अन्य वस्तुओं को जब्त कर पैक एवं सील किया जाएगा। साथ ही गवाहों के बयान एवं हस्ताक्षर लिए जाएंगे। दल के कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के द्वारा जब्त नकदी वस्तु की रसीद दी जाएगी।

समिति गठित

वहीँ आमजनता तथा सही व्यक्तियों को असुविधा से बचाने के लिए तथा उनकी शिकायतों का निवारण करने के लिए तीन अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है। समिति पुलिस और स्थैतिक निगरानी दल या उड़नदस्ते द्वारा की गई जब्ती के प्रत्येक मामले की अपनी ओर से जांच करेगी तथा जहां समिति यह पाती है कि मानक प्रचालन प्रक्रिया के अनुसार जब्ती के संबंध में कोई प्राथमिकी या शिकायत दर्ज नहीं की गई है या जहां जब्ती किसी अभ्यर्थी या राजनीतिक दल या किसी निर्वाचन अभियान इत्यादि से जुड़ी नहीं है। तो वह ऐसे व्यक्तियों को जिनसे नकदी जब्त की गई थी, को ऐसी नकदी रिलीज करने के बारे में इस आशय का एक स्पीकिंग आदेश जारी करने के पश्चात् रिलीज आदेश जारी करने के लिए तत्काल कदम उठाएगी। समिति सभी मामलों का अवलोकन करेगी तथा जब्ती पर निर्णय लेगी।


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