2 वर्षों से तालों मैं कैद स्लीमनाबाद का सामुदायिक स्वच्छता परिसर,ग्रामीण नही कर पा रहे उपयोग
स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ): जनपद पंचायत बहोरीबंद अंतर्गत ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद को साफ और स्वच्छ रखने के लिए लाखों रुपए खर्च कर स्वच्छता परिसर का निर्माण कराया गया है। ग्रामीण इस स्वच्छता परिसर का उपयोग करें, ताकि गांव में फैलने वाली गंदगी से ग्रामीणों को बीमारियों का खतरा ना हो। लेकिन ग्राम पंचायत में स्वच्छता परिसर का निर्माण होने के बाद से ही ताला लगा हुआ है। लगभग 2 वर्ष हो गए अब तक सामुदायिक स्वच्छता परिसर शुरू नही किया गया है।जिसकी वजह से गांव के ग्रामीण स्वच्छता परिसर का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जब से स्वच्छता परिसर का निर्माण हुआ है तभी से स्वच्छता परिसर में ताला लगा दिया गया है। जिसके कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है और गांव में गंदगी फैल रही है। जिससे ग्रामीणों को बीमार होने का खतरा भी बना रहता है । स्वच्छता परिसर का ताला न खुलने के कारण यहां आसपास गंदगी पसरी रहती है। इस ओर जिम्मेदार लोगों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
4 लाख 50 हजार रुपये से हुआ है निर्मित-
ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद मैं सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कार्य 4 लाख 50 हजार रुपये की राशि से हुआ है।इसमें 50 हजार रुपये विधायक निधि के भी सम्मिलित है तथा शेष मनरेगा व स्वच्छ भारत मिशन की राशि है।लेकिन जिला पंचायत के द्वारा जिस उद्देश्य को लेकर सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कार्य कराया गया वह पूरा होते हुए नही दिख रहा है।इस संबंध मे स्वच्छ भारत मिशन के ब्लाक समन्वयक नवीन साहू ने बताया की कुछ स्थानों पर अब भी पानी की उपलब्धता बाकी है।साथ ही सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का संचालन कैसे हो इस पर निर्णय नही बन पा रहा है।स्लीमानाबाद का सामुदायिक स्वच्छता परिसर जल्द से जल्द चालू हो इसके लिए प्रयास जारी है।