13 फरवरी से 14 मार्च तक रहेगी सूर्य शनि की युति

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ज्योतिषचार्य निधिराज त्रिपाठी ,

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(सूर्य का राशि परिवर्तन कुंभ राशि)

मित्रो सूर्य देव 13 फरवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे यही पर शनि देव भी बैठे हुए है सूर्य शनि की यह युति 13 फरवरी से 14 मार्च तक रहेगी सूर्य शनि की युति होने का यह मतलब बिलकुल नहीं की यह गोचर खराब रहेगा क्योंकि 20 मार्च तक शनि सूर्य से अस्त रहेंगे इसका मतलब साफ है शनि कमजोर और सूर्य ताकतवर रहेंगे क्योंकि उन्होंने शनि को अस्त कर रखा है जिनकी कुंडली में शनि बुरा प्रभाव देते है उनको 20 मार्च तक कष्ट से मुक्ति मिलेगी उसके बाद 21मार्च से शनि उदय होंगे

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सभी लग्नों पर लगभग लगभग क्या प्रभाव रहेगा सूर्य शनि की युति का कुंभ राशि पर में विस्तार से लिख रहा हूं

मेष लग्न

मेष लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से पांचवें भाव के स्वामी होकर ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे| जहां आपके कर्मेश लाभेश शनि के साथ पंचमेश सूर्य रहेंगे इस गोचर के दौरान आपको धन लाभ और कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी| आपको धन लाभ के अवसर मिलेंगे, साथ ही बहुत दिनों से अधूरी पड़ी आपकी कोई इच्छा पूरी होगी, आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, और इस समय आपकी आध्यात्मिक एवं धार्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी, जिससे आपके अंदर परोपकार की भावना बढ़ेगी,व्यवसायी जातकों के लिये भी सूर्य का कुंभ राशि में आना शनि के साथ अच्छे परिणाम देने वाला रहेगा| विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रहने वाला है| यदि आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए शुभ फलदायक रहेगा| लेकिन सूर्य शनि के साथ होने के कारण जो मेहनत करेंगे वही कमियाब होंगे

वृषभ लग्न

वृषभ लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से चौथे भाव के स्वामी होकर दशवें भाव में गोचर करेंगे| कर्मेश भाग्येश शनि के साथ चौथे भाव के स्वामी का नवम भाव दशम भाव के अधिपति के साथ संबंध यहां अच्छा रहेगा केंद्र त्रिकोण योग बनेगा यहाँ सूर्य को दिग्बल भी प्राप्त होता है| अगर आप वाहन खरीदने या फिर रियल एस्‍टेट में निवेश करना चाहते हैं| तो यह समय आपके लिए बेहद अनुकूल है| यदि आप राजनीति या सामाजिक कार्यों से जुड़े हैं, तो यह समय आपके लिए अच्छा है| यह परिवर्तन आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कराएगा, जिससे आपके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी आएगी, और आय में वृद्धि के भी योग बन रहे हैं| किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने के बारे में कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं|

मिथुन लग्न

मिथुन लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से तीसरे भाव के स्वामी होकर नवमें भाव में गोचर करेंगे| यह परिवर्तन भाग्य स्थान में हो रहा है और यहां आपके भाग्येश शनि भी बैठे है सूर्य शनि की युति , मिथुन लग्न के जातकों का यह समय भाग्योदय करने वाला रहेगा| इस गोचर के दौरान आपका कोई रुका हुआ काम पूरा हो सकता है , किसी छोटी यात्रा पर भी जा सकते हैं| धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी| समाज के प्रतिष्ठित लोगों के साथ आपका मेल मिलाप बढ़ेगा| झूठे आरोपों से बचकर रहना होगा| पिता के साथ किसी बात पर बहस हो सकती है, उनकी सेहत भी खराब हो सकती है| यह समय शांति से काम लेकर निर्णय लेने वाला है| जीवन साथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे| कुल मिलाकर आपके लग्न के लिए यह गोचर अच्छा साबित होगा|

कर्क लग्न

कर्क लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से दूसरे भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में गोचर करेंगे|और शनि भी यही है आठवें भाव के अधिपति भी यह समय आपके लिए विशेष संभल कर रहने का है, विशेषकर स्वास्थ्य के मामले में सभालकर रहें, क्योंकि इस समय आपका स्वास्थ्य अधिक बिगड़ सकता है| मानसिक तनाव और व्यर्थ की चिंताएं आपको घेर सकती हैं| इस वक्‍त आपको गाड़ी स्कूटर भी बहुत ही सावधानी से चलाने की आवश्‍यकता है, कारोबारी भी इस समय लेन-देन व धन निवेश करने को लेकर थोड़ा अलर्ट रहें, इस समय आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है| इस समय आपको अपने आत्मबल को मजबूत बनाने की आवश्यकता है, कोई बड़ा व महत्वपूर्ण निर्णय इस समय के दौरान न लें| इस दौरान कुछ बेवजह की यात्राएं होने से आपका धन खर्च होगा,

सिंह लग्न

सिंह लग्न वालों के लिए सूर्यदेवआपके लग्न के स्वामी होकर सातवें भाव में गोचर करेंगे|यही पर शनि भी रहेंगे लग्नेश सप्तमेश दोनो सप्तम भाव में रहेंगे सूर्य शनि इस लग्न कुंडली में वर वधु की भूमिका में होते है क्योंकि अगर आप सूर्य हो तो आपकी पत्नी शनि है इसके विपरीत अगर किसी लड़की का यह लग्न है उसके पति की भूमिका में शनि है सप्तम भाव का फलित शनि करते है इस लग्न में इस समय आपकी सेहत में दिक्कत आएगी हो सकता है आपके गुप्त अंग में आपको परेशानी महसूस हो पेट खराब रहे या पैरो में दिक्कत हो , आपको अपने (पार्टनर पति या फिर पत्नी) के साथ थोड़े मतभेद का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए धैर्य से काम लें, अगर आप साझेदारी में बिजनेस कर रहे हैं,तो इस वक्‍त थोड़ा सावधानी की जरूरत है| क्योंकि इस समय आपके साथ धोखाधड़ी भी हो सकती है| नौकरी करने वाले जातकों का काम पर ध्यान नहीं लगा पाने के चलते मुश्किल बढ़ सकती है| आपको अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी|

कन्या लग्न

कन्या लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से बारहवें भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर करेंगे|जहां शत्रु हंता योग में शनि है छठे भाव के अधिपति का बारवे भाव के अधिपति सूर्य के साथ यहां युति आपके दुश्मनों पर भारी पड़ेगी इस समय आप अपने शत्रुओं पर हावी रहेंगे, यदि कोई मुकदमा चल रहा है तो उसमे आपकी जीत हो सकती है, इस दौरान आपके खर्चे भी बढ़ेंगे, जिसके कारण आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है| किसी भी प्रकार का झगड़ा आपको परेशानी में डाल सकता है, किसी लंबी यात्रा पर जाने से आपको कोई परेशानि हो सकती है, इसलिए जहाँ तक संभव हो सके इस समय समय में किसी भी लम्बी यात्रा का त्याग करें|

तुला लग्न

तुला लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर पांचवें भाव में गोचर करेंगे| पंचमेश शनि के साथ लाभेश का पंचमेश के साथ होना बुरा नही है यह अच्छा है सूर्य शनि यहां बुरे नही है इस समय आर्थिक लाभ और आय में वृद्धि की संभावना है, नौकरी और बिजनेस में प्रगति होगी, आगे बढ़ने के कई अवसर मिलेंगे| आपको अपने स्वास्थ्य का खास ख्‍याल रखना होगा, इस वक्‍त आपको पाचन से संबंधित कोई समस्‍या हो सकती है, पंचम स्थान का सूर्य गर्भ धारण करने में विघ्न उत्पन करता है| यदि महिला है और गर्भवती ( Pregnant ) है तो यह समय संभलकर रहने का है| प्रेम संबंधों में गलतफ़हमी आ जाने के कारण कुछ तनाव रह सकता है, लेकिन आप इसे जल्द ही सुलझा लेंने में सफल होंगे|

वृश्चिक लग्न

वृश्चिक लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से दशवें भाव के स्वामी होकर चौथे भाव में गोचर करेंगे|यही पर चौथे भाव के अधिपति शनि भी बैठे है सूर्य दशमेश चौथे भाव के अधिपति के साथ अच्छे है दो केंद्र के स्वामी केंद्र में ही है यह समय आपके लिए लाभकारी रहने वाला है| इस वक्‍त आपको तरक्‍की मिलने की संभावना बहुत ज्‍यादा है,क्‍योंकि आपके उच्‍च अधिकारी भी इस वक्‍त आप पर प्रसन्‍न रहेंगे| कार्यस्थल पर आप पूरी एकाग्रता के साथ काम कर सकते हैं, आपकी मेहनत का सम्पूर्ण फल आपको इस समय मिलेगा, प्रमोशन के साथ आय में वृद्धि भी हो सकती है| कार्यस्थल पर आप अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे, अपने काम की बदौलत आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी और नई पहचान बनेगी| पारिवारिक जीवन में आपको कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं, मां की सेहत में थोड़ी खराब हो सकती है| और परिवार में छोटी छोटी बातो को लेकर मनमुटाव बन सकता है

धनु लग्न

धनु लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से नवम भाव के स्वामी होकर तीसरे भाव में गोचर करेंगे|यही पर तीसरे भाव के अधिपति शनि के साथ यह युति करेंगे तीसरे भाव में न तो शनि बुरा फल देते है न सूर्य देव क्योंकि तीसरा भाव आपकी मेहनत है क्रूर और पापी ग्रहों को यहां अच्छा करता ही देखा गया है इस समय के दौरान आप कुछ ऐसे फ़ैसले लेंगे, जो आगे चलकर फ़ायदेमन्द साबित होंगे| धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, सार्वजनिक जीवन में आपका मान सम्मान बढ़ता जाएगा| आपके सकारात्मक विचार आपको ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं| आपके छोटे भाई-बहनों को किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है, आपको उनका भी ध्यान रखना होगा, इस समय में किसी पड़ोसी या नज़दीकी व्यक्ति से विवाद हो सकता है, अतः विवादों से बचने की कोशिश करें| काम के सिलसिले में छोटी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं,

मकर लग्न

मकर लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से आठवें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करेंगे| सूर्य का आठवें भाव का अधिपति होकर लग्नेश शनि की अस्त करना पाप ग्रस्त करना और कुटुंब परिवार के घर में होना शुभ नही है सूर्य का इस समय आपको अपनी वाणी पर विशेष नियंत्रण रखने की आवश्यकता है| आपके द्वारा बोली जाने वाली कड़वी बातों से आपके परिवार के लोग आहत हो सकते हैं,आर्थिक मामलों के लिए भी यह समय अच्छा नहीं कहा जाएगा, अतः बेवजह के खर्चों पर लगाम लगाना जरूरी है, लंबे वक्त से चली आ रही कोई शारीरिक बीमारी आपको बहुत ज्यादा परेशान कर सकती है , इस दौरान ससुराल पक्ष से भी आपके रिश्ते खराब हो सकते है | गोचर के प्रभाव से आपके अंदर आध्यात्मिक चिंतन बढ़ेगा| इस वक्‍त आपकी आंख में कुछ परेशानी हो सकती है| और कोई बड़ा धन का नुकसान भी

कुंभ लग्न

कुम्भ लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से सातवें भाव के स्वामी होकर आपके लग्न में ही गोचर करेंगे| सूर्य शनि का प्रभाव लग्न पर रहेगा पति पत्नी में झगड़ा हो सकता है आपने गुस्सा बहुत बड़ने लगेगा बिजनेस की दृष्टि से यह गोचर नए अवसर लेकर आएगा, और आर्थिक स्थिति में भी लाभ होगा, यदि आप विदेश जाने के इच्छुक हैं, तो यह समय आपके लिए उत्तम साबित होगा| लेकिन इस दौरानलाभ से अधिक खर्चे बढ़ेंगे, और मानसिक तनाब भी बना रहेगा, इस दौरान आपका और आपकी माता जी का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है, स्वास्थ्य के मामले में संयम और समझदारी से काम लें| यदि आप पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे हैं, तो बिजनेस पार्टनर से थोड़ा सावधान रहें| प्रेम जीवन में भी कुछ परेशानी रह सकती हैं| प्रत्येक बात सोच-विचार कर के ही करें|

मीन लग्न

मीन लग्न वालों के लिए सूर्यदेव आपके लग्न से छठे भाव के स्वामी होकर व्यय भाव में गोचर करेंगे खर्चे बहुत होंगे आपके पैसा आएगा कम जाएगा बहुत हाथ बहुत तंग रहेगा आपका विदेशों से लाभ होगा साथ में विदेश जाने के योग भी बनेंगे जो बहुत टाइम से कोशिश कर रहे है | मार्केटिंग सेक्टर से जुड़े लोगो को फायदा होगा इस गोचर में अहंकारवश कोई ऐसा कार्य मत करना जिसके कारण आपको दिक्क्तों का सामना करना पड़े| विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा नही है आप प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में मुश्किल आएगी इस समय में आप लोन लेने की भी सोच सकते हैं| वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा, इस समय के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी जरूरी होगा

आपने देखा सूर्य शनि की युति इतनी भी खराब नही है इसका कारण यह है की शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि में ही है और सूर्य शनि की युति कई लग्नों के लिए अच्छी है क्योंकि यह दोनो कई लग्नों में शुभ भावो के स्वामी भी है इसलिए बेवजह जैसा आप सुनते हो। पढ़ते हो सूर्य शनि की युति खराब होती है ऐसा सबके लिए नही होता सभी लग्नों पर इसका अलग अलग प्रभाव होता है

 

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