गिद्ध के बिना स्वच्छ भारत का सपना सम्भव नहीं

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जबलपुर, वन विभाग द्वारा आज सामाजिक वानिकी वृत्त कार्यालय ग्वारीघाट में गिद्धों की गणना के लिये कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें कहा गया कि गिद्ध को प्रकृति के सफाईकर्मी के रूप में भी जाना जाता है। गिद्ध के बिना स्वच्छ भारत का सपना सम्भव नहीं है। ये मृत पशुओं के शवों को खाकर पर्यावरण की सफाई का कार्य करता है एवं संक्रमित मृत पशुओं का भक्षण कर के इनसे उत्पन्न होने वाले खतरनाक रोगों से मनुष्य की रक्षा करता है।अतः गिद्धों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये प्रदेश स्तर पर गणना कराकर आंकडे़ एकत्रित किये जा रहे हैं।

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कार्यशाला में गिद्धों की पहचान एवं प्रजातिवार गणना करने के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही पशुओं के उपचार में उपयोग की जाने वाली प्रतिबंधित दवाओं के संबंध में भी जानकारी दी गई, जिससे कि गिद्धों को नुकसान होता है। उक्त कार्यशाला में वनमण्डलाधिकारी श्री ऋषि मिश्रा, उपवनमण्डलाधिकारी कटनी श्री सुरेश बरोले, परिक्षेत्र अधिकारी जबलपुर श्री अपूर्व प्रखर शर्मा के साथ वनमण्डल जबलपुर, कटनी एवं कान्हा टाईगर रिजर्व के परिक्षेत्र अधिकारियों एवं पचास से अधिक क्षेत्रीय कर्मचारी उपस्थित रहे।

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