विद्वानों ने कहा युवा पीढ़ी को संपत्ति नहीं संस्कार दें, सम्मान समारोह भव्यता के साथ हुआ सम्पन्न

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :आचार्य श्री 108 विद्यासागरजी के पावन आशीष श्रीमद् आचार्य समयसागरजी महाराज के आशीर्वाद से तथा निर्यापक मुनि श्री 108 सुधासागरजी महाराज की प्रेरणा से श्री दिगंबर जैन श्रमण संस्कृत संस्थान सांगानेर जयपुर द्वाराश्री शांतिनाथ दिगंबर जैन अतिशय तीर्थ क्षेत्र बहोरीबंद में चल रहे दस दिवसीय गुरु उपकार महोत्सव का समापन बुधवार को हो गया!जहाँ सामूहिक सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ!
जहाँ प्रातः मंदिर में भगवान का सामूहिक अभिषेक, शांति धारा, पूजन -विधान उपरांत सम्मान समारोह का आयोजन ध्वजारोहण के साथ प्रारंभ किया गया! कार्यक्रम के प्रथम चरण में भगवान शांतिनाथ जी एवं आचार्य विद्यासागर जी महाराज के चित्र का अनावरण क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष उत्तम चंद जैन,कोयला प्रमोद जैन, मनोज जैन, महाकौशल प्रभारी पं अरुण शास्त्री, कटनी जिला प्रभारी सुरेंद्र जैन, प्रशांत जैन तथा दीप प्रज्जवलन प्रेमचंद प्रेमी सुभाष जैन, अनुराग जैन, अजय अहिंसा, सुनील जैन, दिनेश जैन, सत्येंद्र जैन, मनोज जैन, अनिल जैन,राजू जैन, द्वारा किया गया!
तत्पश्चात बाकल,बड़गांव,रीठी, बहोरीबंद, पहाड़ी,निवार, स्लीमनाबाद,मझौली,जबलपुर से पधारे समस्त शिवरार्थी विद्वानों संयोजकों एवं शिविर मे अध्ययन करने वाले उत्कृष्ट प्रदर्शन करने बाले युवाओं -बच्चों को प्रमाण पत्र, स्मृति चिंह मैडल आदि से सम्मानित किया गया!
वही समाजसेवी पुष्पेन्द्र मोदी व मनोज मोदी द्वारा हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी, सीबीएसई परीक्षा में ज्ञानोदय प्रतिभास्थली की छात्राओ को उत्कृष्ट प्रदर्शन पर स्मृति चिन्ह मैडल मोमेंटो भैट कर सम्मानित किया गया!
तत्पश्चात उपस्थित विद्वानों नेअपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में बच्चों को संपत्ति नहीं संस्कार देवें!
शिविर लगाने का मूल उद्देश्य हम धर्म को जाने उससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी समाज का हो यही चाहता है कि हमारी आने वाली पीढ़ी संस्कारबान बने! अपनी संस्कृति एवं संस्कारों को साथ लेकर चलें यही हमारी पूंजी होगी जो साथ जावेगी!समापन अवसर पर छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया!
कार्यक्रम में बड़ी संख्या मे जैन समाज, महिला मंडल, युवा मंडल, बालिका मंडल सहित सकल जैन समाज की उपस्थिति रही

 


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