आचार संहिता मै भी भरे जा रहे पीएम विश्वकर्मा योजना के आनलाइन फॉर्म
स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ): लोकसभा चुनाव की आचार संहिता देशभर में लागू है। इसके बावजूद पीएम विश्वकर्मा योजना के आवेदन ऑनलाइन लिए जा रहे है। विश्वकर्मा योजना को लेकर किसी के पास कोई गाइड लाइन नहीं है।
बहोरीबंद विकासखंड क्षेत्र में ही 5 हजार से ज्यादा फार्म भरवाए जा चुके है। इसके पीछे कियोस्क संचालकों की मनमानी सामने आ रही है। आचार संहिता के चलते ग्राम पंचायतों में वेरिफिकेशन के लिए फार्म लेना भी बंद कर दिया गया है। इसके बाद भी रोजाना सैकड़ों महिलाएं ऑनलाइन फार्म जमा कर प्रिंट आउट लेकर ग्राम पंचायतों मैं पहुंच रही हैं।
गौरतलब है कि करीब एक माह पूर्व गरीब महिलाओं को स्वरोजगार के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना 2024 शुरू हुई थी। इसमें महिलाओं को प्रशिक्षण देकर फ्री में सिलाई मशीन के लिए 15 हजार रुपए भी दिए जाने है। योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय के तहत चलाई जा रही है। जिसमें ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे है। योजना का लाभ लेने बहोरीबंद जनपद अंतर्गत 79 ग्राम पंचायतों में करीब 5 हजार से अधिक महिलाओं ने ऑनलाइन आवेदन किए है।
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ग्राम पंचायतों ने बंद किए फार्म जमा करना_
आचार संहिता लागू होते ही ग्राम पंचायतों ने पीएम विश्वकर्मा योजना के फार्म जमा करना भी बंद कर दिया है। ग्राम पंचायतों के जिम्मे योजना के फार्म सत्यापन करने का काम है।वहीं, दूसरी ओर पीएम विश्वकर्मा योजना के फार्म ऑनलाइन अब भी भरे जा रहे है। पोर्टल बंद नहीं होने से बड़ी संख्या में महिलाएं रोजाना फार्म भरकर ग्राम पंचायतों में सत्यापन के लिए ला रही है।
साथ ही बताया जा रहा है कि योजना के तहत पूरे देश में 50 हजार महिलाओं को लाभ दिया जाना है।
योजना में किस तरह से लाभ मिलेगा, पात्रता किस आधार पर रहेगी, इसकी भी कोई सूचना जारी नही हुई है।
लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में आचार संहिता लागू हो गई है, इसके बाद भी योजना के फार्म आनलाइन भरे जा रहे है तो सवाल उठ रहे है।
इनका कहना है_ शिशिर गैमावत जिला पंचायत सीईओ
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योजना एमएसएमइ विभाग की है, इसमें हमारा कोई दखल नहीं है।ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी फार्म सत्यापन की थी, जो कि आचार संहिता के बाद बंद कर दी है। कियोस्क वाले क्यों फार्म भर रहे, मुझे जानकारी नहीं।इसको लेकर सूक्ष्म,लघु और उद्यम मंत्रालय के विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी।
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