स्वच्छता परिसरों में लटके ताले, खुले में जाने मजबूर ग्रामीण, निर्माण पूर्ण होने के बाद भी अधिकारी नही दे रहे ध्यान

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सुग्रीव यादव कटनी स्लीमनाबाद :, स्वच्छ भारत मिशन के तहत बहोरीबंद जनपद की हर ग्राम पंचायत में सरकार लाखों रुपए खर्च कर सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कराई है। निर्माण पूर्ण होने के बाद भी इन स्वच्छता परिसरों में ताले लटके हुए है। जिसके कारण सैकड़ों लोग खुले में शौच जाने विवश है। स्वच्छता अभियान को लेकर जिम्मेदार लापरवाह हैं! इसकी यह बानगी बहोरीबंद विकासखंड की हर ग्राम पंचायत में देखने को मिल रही है। जहां अभी तक स्वच्छता परिसर को शुरू नहीं किया गया है।जानकारी अनुसार सामुदायिक शौचालय मात्र दिखावा बन कर रह गया है। स्थानीय लोगों को यह मालूम ही नही है कि शौचालय आखिर बंद क्यों है। स्वच्छता अभियान पर जोर देते हुए ग्राम स्तर को खुले में शौच मुक्त करने के लिए घर-घर शौचालय निर्माण, सार्वजनिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। इस हकीकत की पोल बहोरीबंद के सैकड़ों ग्रामों में देखने को मिल जाएगी।
बता दे कि जनपद पंचायत बहोरीबंद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद, कौड़िया, बंधी,पड़वार समेत अन्य ग्रामों में लाखों रुपए की लागत से सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कराया गया है। लेकिन इनका उपयोग क्षेत्र के लोग नहीं कर पा रहे है। इन परिसरों में ताले लटके हुए है। संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसके कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वच्छता परिसर का प्राथमिकता से लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों को खुले में शौच जाने मजबूर है।

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राहगीर व ग्रामीणों को नही मिल रहा लाभ

बताया गया कि स्वच्छता मिशन के अंतर्गत हर ग्राम स्तर पर सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण कराया गया है। जिससे आने जाने वाले राहगीरों, स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़ा, लेकिन बहोरीबंद जनपद की ग्राम पंचायतों में सरकार के नियमों पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
क्योंकि ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद जो कि तहसील मुख्यालय की पंचायत है!यहां 4 लाख 50 हजार रूपये की लागत राशि से वर्ष 2020 – 21 में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण करवाया गया था।जो सामुदायिक शौचालय परिसर शोभा की सुपारी बनकर रह गया है। कार्य पूरा होने के बाद भी यहां परिसर को चालू नहीं किया जा रहा है।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद में तहसील कार्यालय, एसडीओपी कार्यालय,पुलिस थाना समेत अन्य शासकीय, अशासकीय कार्यालय संचालित है। जहां दूरदराज से लोग अपनी समस्या समाधान के लिए आते है। ऐसे में यहां आने वाले लोगों को सामुदायिक स्वच्छता का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण इन्हें परेशानी उठानी पड़ती है।
इसके साथ ही ग्राम पंचायत कौड़िया, बंधी, पड़वार में भी सामुदायिक परिसर निर्माण होने के बाद भी उपयोग में नही लाया जा रहा है!

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इनका कहना है – नवीन साहू विकासखंड समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन

यह बात सही है कि ग्राम पंचायतों मे निर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसर का संचालन अभी शुरू नही हो पाया क्योंकि कुछ स्थानों पर पानी की व्यवस्था के इंतजाम नही है!प्रयास किये जा रहे है कि सभी जगहों पर सामुदायिक स्वच्छता परिसरो का संचालन जल्द शुरू हो जाये!

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