स्लीमनाबाद की जीवनदायिनी कटनी नदी लगी सूखने,ग्रीष्मकालीन समय मैं गहरायेगा जलसंकट

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स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): रबी सीजन की खेती का दौर चल रहा।कृषक पलेवा कार्य के साथ जुताई व बुवाई कार्य कर चुके है।अब कृषक सिंचाई कार्य कर रहे है।लेकिन इन सब के बीच आने वाले दिनों मैं किसानों के सामने रबी सीजन की फसलो पर सिंचाई की समस्या हो सकती है।क्योंकि  स्लीमनाबाद क्षेत्र की जीवनदायिनी कटनी नदी सूखने लगी है।नदी का जल स्तर धीरे धीरे समाप्त होता जा रहा है।
जिससे रबी सीजन की फसल का उत्पादन भी प्रभावित होने का डर किसानों का सताने लगा है।

रबी सीजन की फसल भी न हो जाये प्रभावित-

कृषक पवन यादव,पप्पू जैन,अमरनाथ पटेल,गन्धर्व सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्तमान मैं स्लीमनाबाद अंडर ग्राउंड टनल का कार्य चल रहा है।गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जल स्त्रोत सूखने का कार्य शुरू हो गया है।क्योंकि अंडर ग्राउंड टनल निर्माण कार्य के चलते जलस्तर पर कमी आ रही है।
रबी सीजन की प्रमुख फसल गेंहू की खेती से आस बंधी थी की अच्छी फसल हो जाएगी जिससे सालभर का जीविकोपार्जन चल जाएगा।कर्ज लेकर किसानों ने कृषि कार्य किया है।लेकिन अभी जबकि रबी सीजन की प्रमुख फसल गेंहू की बुवाई के बाद पहली सिंचाई का कार्य पूर्ण हुआ है, कटनी नदी का जलस्तर घटने लगा है।जिससे बोरवेलों पर फर्क पड़ रहा है।बोरवेलों मैं जलस्तर घटने का असर देखा जा रहा है।गेंहू की फसल को पकाने के लिए अधिकतम 4 बार सिंचाई करना नितांत आवश्यक रहता है।जब अभी से जलस्तर घटने की समस्या होने लगी है तो कैसे 4 बार सिंचाई हो पाएगी।यदि 4 बार सिंचाई नही हुई तो फिर फसल उत्पादन पर फर्क पड़ेगा।साथ ही ग्रीष्मकालीन समय मैं पानी की भरी किल्लत मच जाएगी।जिससे ग्रामीण अंचलों मैं पानी का हाहाकार मच जाएगा पीने को पानी तक नही मिल पायेगा।

कटनी नदी मैं नर्मदा जल पहुँचे की जा चुकी है मांग-

स्लीमनाबाद के स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि जीवनदायिनी कटनी नदी मैं नर्मदा जल पहुँचे इसके लिए अनेकों बार विधायक सहित प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की जा चुकी है।साथ ही चरणबद्ध तरीक़े से आंदोलन भी किया गया था।कटनी नदी से लाभान्वित होने वाली दर्जनों ग्राम पंचायतों ने भी ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर कटनी नदी मैं नर्मदा जल पहुचाने की मांग कलेक्टर से कर चुके है।लेकिन अभी तक कटनी नदी मैं नर्मदा जल पहुँचे इसको लेकर कोई ध्यान नही दिया गया है।जिससे कटनी नदी वर्षा जल तक ही पानी से सुशोभित होती है।यदि कटनी नदी मैं नर्मदा जल पहुँच जाए तो बारहमासी नदी मैं पानी रहा आएगा।जिससे पशु-पक्षी  साहित किसानों को लाभ मिलेगा।नदी मैं पानी रहने से किसान वर्ष की तीसरी ग्रीष्मकालीन फसल की खेती भी कर सकेंगे।

इनका कहना है- प्रणय पांडेय विधायक

स्लीमनाबाद क्षेत्र मे किसानों को सिंचाई के लिए नर्मदा जल मिलेगा।इसके लिए कार्ययोजना एनवीडीए के द्वारा बनवाकर शासन स्तर पर भेजी जा चुकी है। खेतो मैं सिंचाई के लिए पाइपलाइन विस्तारीकरण किया जाएगा। अंडर ग्राउंड टनल निर्माण कार्य पूर्ण होते ही इस दिशा मे भी शीघ्रता से काम होगा।जब सिंचाई के लिए किसानों को नर्मदा जल मिलना शुरू हो जाएगा तो कटनी नदी सूखेगी नही ओर जल स्तर बना रहेगा।


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