5 शुभ योगों मैं मनेगा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामलला का जन्मोत्सव

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्री हरि विष्णु के सातवें अवतार भगवान श्रीराम का अवतरण दिवस मनाया जाएगा। इस बार रामनवमी का पर्व कई शुभ संयोगों से युक्त होगा।
पंडित रमाकान्त पौराणिक ने बताया की ग्रह नक्षत्रों के मेल से इस बार वैसा ही संयोग बन रहा है, जिन योगों व नक्षत्रों में त्रेता युग में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था।इस बार रामनवमी 17 अप्रैल को 5 शुभ योग में मनाई जाएगी।
रामनवमी पर इस बार बुधवार को आश्लेष नक्षत्र,रवि योग,अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और गजकेसरी योग का संयोग है।राम नवमी के दिन इन पांचों योग के होने से श्रीराम की पूजा का शीघ्र फल मिलेगा। इस दिन किए कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।पंचांग के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 23 मिनिट पर शुरू हो गई और समापन 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 14 मिनिट पर होगा।इसलिए अभिजीत मुहूर्त मैं रामलला का जन्मोत्सव कर्क लगन मैं दोपहर 12 बजे अभिजीत मुहूर्त मैं मनाया जाएगा।वही पंडित दिलीप त्रिपाठी ने बताया की चैत्र शुक्ल की नवमी के दिन रामनवमी के साथ ही नवरात्रि का नवम दिन होने के चलते इस दिन मां सिद्धिदात्री की भी पूजा की जाती है। साथ ही कन्या पूजा भी की जाती है।

रामलला के जन्मोत्सव को लेकर मंदिरों मैं तैयारियां शुरू-

भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्मोत्सव को लेकर स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र के मंदिरों मैं तैयारियां शुरू हो गई।
स्लीमनाबाद नगर के श्रीराम मंदिर,श्रीराम कुटी,बाबा हरिदास ब्रजधाम, सिंहवाहिनी मंदिर, दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर,बाबा गढ़ धाम मैं बुधवार को हर्षोल्लास पूर्वक रामलला का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।वही जगदीश पुरी खिरहनी व कौड़िया स्थिति श्रीराम जानकी मंदिर मे रामलला का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगाऔर लघु वृंदावन धाम बांधा इमलाज मैं भी रामजन्मोत्सव आयोजन भव्यता के साथ मनाया जाएगा।जिसकी तैयारिया पूर्ण हो गई है।

 


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