मौसम बदलाव से किसानों को बढ़ी चिंता,कही खुशी तो गम, गेंहू के लिए अमृत तो दलहनी फसलों को नुकसान की आशंका,

इस ख़बर को शेयर करें

कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव): बुधवार को एक बार फिर मौसम ने करवट बदली।बुधवार की रात्रि से रिमझिम बारिश का दौर प्रारंभ हुआ,जो गुरुवार सुबह तक रुक रुककर जारी रहा।रिमझिम बारिश से जहां तापमान मैं गिरावट हुई वातावरण मैं ठंडक घुलने से शीतलहर का भी अहसास हुआ। इस बारिश से कहीं खुशी कहीं गम दिखाई दे रहा है। दरअसल जिन किसानों की धान की फसल खेतों में कटकर मिसाई के लिए रखी हुई है उसके लिए बारिश नुकसान दायक साबित हो सकती है।बारिश होने से खेतों मैं रखी धान की फसल भीग गई।जिससे उसकी गुणवत्ता खराब होगी।वहीं दूसरी ओर जिन किसानों आगामी फसल गेहूं, तिलहन, दलहन की बुआई कर ली थी उनके लिए यह बारिश अमृत से कम नहीं है।गौरतलब है कि हाल ही दक्षिण में सक्रिय मिचैंग चक्रवात के कारण फिलहाल बरसाती मौसम बना हुआ है, एक-दो दिन बारिश मौसम साफ होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें। 

Click Here >> Donate Now

गेहूं के लिए अमृत तो पिछड़ा बोवनी कार्य-
किसान संतोष यादव,जगदेव कुशवाहा, किशनलाल पटेल,जयकुमार हळदकार का कहना है कि कुछ दिनों पहले तक वे रबी की फसल की तैयारी के चलते खेतों में साफ-सफाई कराकर पंप चलाकर खेत में नमी लाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन जैसे ही मौसम बदला है और बारिश का सिलसिला शुरू हुआ है। इससे खेतों में गेहूं, तिलहन, दलहन की फसल के लिए खेत अच्छी तरह तैयार हो गए थे लेकिन अचानक मौसम बदलाव से हुई बारिश के कारण अब बोवनी कार्य पिछड़ जाएगा।
साथ ही जहां बोवनी हो चुकी है वहां गेंहू की फसल के लिए बारिश अमृत के समान है।
वही आसमान में लगातार बदली छाने और तापमान में गिरावट होने से चना के पौधों को उकटा रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। क्योंकि अनेक किसानों ने पूर्व में ही चना, गेहूं की बोनी कर दिए थे। जो अंकुरित होकर अब बड़े होने लगे हैं। ऐसे में चना, गेहूं को साफ मौसम और दिन में अधिक तापमान की आवश्यकता है। लेकिन लगातार मौसम में बदलाव होने से इन फसलों को नुकसान हो सकता है।
इसलिए बारिश होने के बाद अब किसानों को मौसम के खुलने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है।इधर, मौसम खुलने के बाद ठंड का अधिक प्रकोप बढ़ेगा।

कीचड़ से सराबोर हो गई सड़कें-
रिमझिम बारिश का असर स्लीमनाबाद तहसील के ग्रामीण अंचलों की सड़कों में भी देखने को मिला। सड़के कीचड़ से सनी नजर आई। सामान्य रूप से तेज बारिश से सड़कों में अपेक्षाकृत कम कीचड़ होता है लेकिन हल्की रिमझिम बारिश से सड़कों में ज्यादा कीचड़ सन जाता है।वर्तमान मे ग्राम पंचायतों मैं जल जीवन मिशन अभियान के तहत पाइप लाइन विस्तारीकरण का काम चल रहा है।जिससे जो खुदाई की गई है उससे बारिश का पानी जमा होता है।
ग्राम पंचायत स्लीमनाबाद के अनेक वार्डों मैं ऐसे दृश्य देखने को मिल रहे है।जिससे गलियां कीचड़ मैं तब्दील हो गई है,जिससे आवागमन करना दुश्वार हो रहा है।

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें