कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों और कमजोर छात्रों के परीक्षा परिणाम को सुधारने की कार्ययोजना बनी

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सुग्रीव यादव कटनी : बोर्ड परीक्षाओं का अगले शैक्षणिक सत्र में और बेहतर परीक्षा परिणाम आयें इसके लिए कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस संबंध में मंगलवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभाकक्ष में कलेक्टर की अध्यक्षता में स्कूलों के प्राचार्याे की आयोजित बैठक मे कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों और कमजोर छात्रों को चिन्हित कर उनपर विशेष ध्यान देने की कार्ययोजना तैयार की गई। बैठक मे यह तय हुआ कि शिक्षकों के ग्रीष्मकालीन अवकाश से 30 मई को वापस आने के तत्काल बाद से ही इस मुहिम पर प्रभावी अमल शुरू कर दिया जायेगा।बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी पी.पी.सिंह, प्राचार्य डाइट, सहायक संचालक शिक्षा राजेश अग्रहरि, प्राचार्य अनिल चक्रवर्ती सहित हाई स्कूल एवं हायर सेकण्ड्री स्कूलों के प्राचार्य मौजूद रहे।बैठक के प्रारंभ मे कलेक्टर श्री प्रसाद ने हाई स्कूल और हायर सेकेन्ड्री के हाल ही मे घोषित परिणामों में उत्कृष्ट उपलब्घियों का पूरा श्रेय प्राचार्य और शिक्षकों की लगनशीलता से किये गये अध्यापन कार्य और छात्रों के परिश्रम को देते हुए सभी को बधाई दी।कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि शिक्षकों एवं प्राचार्याे की मेहनत से ही परीक्षा परिणामों की बेहतरी मे कटनी जिले ने ऊंची छलांग लगाई है। दसवी के परीक्षा परिणाम के मामले मे बीते साल कटनी जहॉ प्रदेश में 39 वें स्थान पर रहा, वहीं कटनी जिला इस साल 8 वें स्थान पर पहुंच गया है। इसी प्रकार 12वीं के परीक्षा परिणाम के मामले में पिछले साल कटनी प्रदेश भर में 50 वें पायदान पर था और इस साल शिक्षकों और छात्रों के कठिन परिश्रम की वजह से कटनी प्रदेश में 9वें स्थान पर पहुंच गया है। जो परीक्षा परिणामों के नजरिये से बड़ी उपलब्धि है।कलेक्टर ने कहा कि कार्ययोजना आधारित अगले शैक्षणिक सत्र के लिए ऐसी रणनीति बनानी होगी ताकि पहले स्थान से लेकर दसवे स्थान तक की राज्यस्तरीय प्रवीण्य सूची में केवल कटनी जिले के ही छात्र मौजूद रहंे। इसके लिए हाई स्कूल और हायर सेकेंड्री के प्रतिभावान और मेहनती छात्रों को लक्ष्यांकित कर मेहनत करनी होगी।

*प्राचार्याे से मिले सुझाव*

बेहतर परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों के प्राचार्याे ने अपने स्कूल मे शैक्षणिक पैटर्न की जानकारी देते हुए अगले साल के परीक्षा परिणाम में और बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

*मिशन आधार की अध्ययन सामग्री*

कलेक्टर अवि प्रसाद ने कहा कि हर विषय के लिए मिशन आधार की बुकलेट की विषयवस्तु और अध्ययन सामग्री को परीक्षावार छात्रों की स्कूल में आयोजित होने वाली तिमाही, अर्द्धवार्षिक और फाइनल अर्थात वार्षिक परीक्षा के पाठयक्रम को समाहित कर तैयार कराना होगा।

*कमेटियों का गठन*

मिशन आधार के सफल क्रियान्वयन हेतु विभिन्न कमेटियों का गठन किया जाकर कमेटीवार छात्रों का ग्रुप तैयार करनें, मिशन आधार की बुकलेट तैयार करनें विशेषज्ञों की टीम और शिक्षकों की वी.सी के माध्यम से बैठक आयोजित करनें का दायित्व सौंपने का भी सुझाव मिला।

*नवमी से ही पढ़ाई पर देना होगा ध्यान*

बैठक मे यह भी सुझाव प्राप्त हुआ कि बोर्ड परीक्षा के परिणाम की बेहतरी के लिए नवमीं कक्षा के छात्रों की पढ़ाई पर विशेष फोकस करना होगा। 10वीं के छात्रों के लिए मॉडल टेस्ट पेपर बनाने का भी सुझाव प्राप्त हुआ।

*अतिथि शिक्षकों के सभी पद भरें*

कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि इस शैक्षणिक सत्र में डी.ई.ओ यह सुनिश्चित करें कि अतिथि शिक्षकों के सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति हो। साथ ही अतिथि शिक्षकों का ओरियेंन्टेशन और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी व्ही.सी के माध्यम से करायें। इसके लिए विशेषज्ञों से पी.पी.टी भी तैयार करायें।

*ग्रुप स्टडी*

कलेक्टर श्री प्रसाद ने बैठक में 5-5 छात्रों का ग्रुप बनानें तथा ग्रुप वाईस छात्रों को शिक्षा प्रदान करनें का सुझाव दिया। उन्होने कहा इससे छात्रों मे समूहिकता और स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता का विकास होगा, साथ ही ग्रुप के कमजोर छात्र की पढ़ाई मे अच्छे छात्र मदद कर सकेंगे। अच्छे नंबर प्राप्त करनें वाले ग्रुप के सदस्यों को सम्मानित करने का भी सुझाव मिला ताकि अन्य छात्र भी प्रोत्साहित होकर कड़ी मेहनत करें।

*मिशन आधार का होगा व्यापक स्वरूप*

वर्तमान मिशन आधार बुकलेट पाठ्यक्रम में और अधिक विषयवस्तुओं को समाहित किया जाकर इसे विस्तृत और व्यापक स्वरूप में तैयार किया जायेगा। छात्रों को इसे जुलाई माह से ही प्रदान कर दिया जायेगा। ताकि छात्रों को पाठ्यक्रम की तैयारी में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे।


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