संस्कारधानी में निकाली गई भव्य कावड़ यात्रा,लाखों श्रद्धालु हुए शामिल
जबलपुर:सावन का पवित्र महीना चल रहा है और सावन के दूसरे सोमवार को बम बम भोले के जयकारों से संस्कारधानी की गलियां गूंज उठी इस दौरान लगभग एक लाख से भी ज्यादा लोग कावड़ यात्रा में शामिल हुए।
ग्वारीघाट से जल लेकर मटामर पहुँचे कावड़िया
आपको बता दें की मध्यप्रदेश के जबलपुर में राज्य की सबसे बड़ी कांवड़ यात्रा सावन के दूसरे सोमवार को गौरी घाट में मां नर्मदा की पूजन अर्चन के बाद निकाली गई। कांवड़ यात्रा गौरीघाट से प्रारंभ होकर रामपुर, बंदरिया तिराहा, गोरखपुर, शास्त्री ब्रिज, मालवीय चौक, सराफा, बेलबाग, घमापुर, कांचघर, सतपुला, गोकलपुर, रांझी, खमरिया होते हुए कैलाश धाम में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक के साथ समाप्त हुई। सुबह से हजारों कावड़िया अपने-अपने कांधों पर कांवड़ उठाकर नर्मदा जल लेकर 35 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए कैलाश धाम मटामर के लिए निकले। हर कवाड़िया नर्मदा जल के साथ-साथ एक पौधा भी रखे हुए था, जिसे कैलाश धाम की पहाड़ी में लगाया जाता है।
माँ नर्मदा के पूजन अर्चन के साथ हुई सुरुवात
वहीं संस्कार कांवड़ यात्रा समर्थ सदगुरु भैयाजी सरकार, रामू दादा संत आचार्यों के सानिध्य में मातु नर्मदा का पूजन के साथ शुरू हुई है। कांवड़ियों का सेंकड़ों मंचों ने स्वागत भी किया । व्यवस्था के लिए करीब दो हजार वालेंटियर को तैनात किया गया है। संस्कार कांवड़ यात्रा में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हुए, उन्होंने कहा कि इस यात्रा में शामिल होकर लगा कि ये आस्था का केन्द्र है, और आज संस्कार कावड़ यात्रा में शामिल होकर बहुत अच्छा लग रहा है।