वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर बनेगा चिडि़याघर व रेस्‍क्‍यू सेंटर -मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव

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जबलपुर, मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरांगना रानी दुर्गावती के 462वें बलिदान दिवस के अवसर पर वीरांगना रानी दुर्गावती की समाधि स्‍थल पर नमन एवं पुष्‍पांजली अर्पण किया। इस अवसर पर उन्‍होंने कहा कि वीरांगना रानी की वीरता, शौर्य व पराक्रम भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्‍त्रोत है। उनके सुशासन व जल संरचना संबंधी कार्यों का जिक्र करते हुए जन कल्‍याण के कार्यों का उल्‍लेख किया और कहा कि जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर चिडि़याघर व रेस्‍क्‍यू सेंटर बनाया जायेगा। इस रेस्‍क्‍यू सेंटर में वन्‍य प्राणियों के उपचार सुनिश्चित किये जायेंगे। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शिखरों से ऊंची जिसकी ख्‍याति है, वह रानी दुर्गावती का नाम भी देवतुल्‍य है, जिसमें मां दुर्गा के समान तेज जोश, पराक्रम व पुरूषार्थ था, वह बचपन से ही अस्‍त्र-शस्‍त्र चलाने व धनुर्विद्या प्रशिक्षण लिया था, जिस कारण उसमें अद्वतीय हौसला भी था। उन्‍होंने अकबर की सेना का सामना किया और तीन-तीन बार उन्‍हें परास्‍त की। उन्‍होंने अपने जीवनकाल में 52 लड़ाईयां लड़ी, जिसमें 51 लड़ाईयों में जीत हासिल की। 52वीं लड़ाई में मुगल सेना से अपने देश व स्‍वाभिमान की रक्षा करते-करते अपने प्राण भी न्‍यौछावर कर दिये। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती के प्रशासन, जल संरक्षण व जन कल्‍याण की दिशा में उल्‍लेखनीय कार्य किया। उसके सम्‍मान में जबलपुर में पहली कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई और वर्ष भर उनकी 500वीं जयंती मनाने का निर्णय लिया। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भविष्‍य की नई पीढि़यां उनके गौरवमयी इतिहास से परिचित हो सकें, इसलिये रानी दुर्गावती की वीर गाथाओं को स्‍कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्देश दिये। उन्‍होंने स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आजाद के स्‍वतंत्रता के अटल विश्‍वास का उल्‍लेख करते हुए कहा कि उन्‍होंने स्‍वयं को सदैव आजाद ही रखा। उन्‍होंने वीरांगनाओं को याद करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में रानी अवंतीबाई व रानी लक्ष्‍मीबाई की शौर्य व पराक्रम की अद्भुत गाथा है। वर्तमान समय में आदिवासी अंचल की बहन राष्‍ट्रपति पद को गौरवांवित कर रही है। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि परिसीमन के बाद विधानसभा चुनाव में बहनों को भी 33 प्रतिशत आरक्षण देने की भावना है। सरकार के इस निर्णय से वीरांगना व बहनें भी ऐसे कई गौरवमयी इतिहास लिखेंगे।मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती की जल संरचना अद्भुत है जों इंटरकनेक्‍टेड हैं। वे सभी उस समय के ख्‍यातिलब्‍द्ध हस्तियों के नाम से हैं। उन्‍होंने कहा कि कवि रहीम ने भी जल की महत्‍ता को बताते हुए कहा है ‘‘रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून।’’ मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्‍वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी विरासत से विकास की ओर चलने पर कार्य कर रहे हैं।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कार्यक्रम के दौरान जबलपुर में होने वाली 19 किलोमीटर के मैराथन दौड़ की दूरी बढ़ाकर अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों के अनुसार 21 किलोमीटर किया और इस कार्य के लिए उन्‍होंने नगर निगम को 5 लाख रूपये देने की घोषणा की। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के दौरान रानी दुर्गावती मैराथन दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले धावकों को चेक एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने महिला वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर रागिनी पटेल को 21 हजार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर अंशिका लोधी को 11 हजार एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर खुशी रघुवंशी को 5 हजार रूपए का चेक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही पुरुष वर्ग में खेम सिंह को प्रथम, साहिल साहू को द्वितीय एवं हर्षवर्धन चौधरी को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र एवं चेक वितरित किए। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरांगना रानी दुर्गावती व भारत माता की जयकारा लगाकर सभा में उपस्थित सभी लोगों का उत्‍साहवर्धन भी किया। बलिदान दिवस कार्यक्रम के दौरान मंडला व डिंडोरी से आये नर्तक दल ने मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव का आत्‍मीय स्‍वागत किया। उनके स्‍वागत से अभिभूत होकर मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने दल के प्रत्‍येक सदस्‍य को पांच-पांच हजार देने की घोषणा की। कार्यक्रम के दौरान मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने वीरांगना रानी के समाधि स्‍थल, उनकी प्रतिमा, बालक वीर नारायण पर पुष्‍पांजली अर्पित की। इसके साथ ही उन्‍होंने आदिवासियों के इष्‍टदेव बड़ा देव का पूजन-अर्चन किया।

चरणों में श्रद्धा सुमन

कार्यक्रम के दौरान लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक रानी दुर्गावती को समर्पित करते हुए गोंडवाना की धरती पर करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि आज हम सभी यहां रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए हैं। रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस सिर्फ इतिहास का स्मरण करने का नहीं है बल्कि इतिहास में अंकित इन सुनहरी स्मरणों को याद करते हुए गौरवान्वित होने का भी है। जब मुगल पूरे देश में आतंक फैला रहे थे और यहां की रियासतों पर अत्याचार कर रहे थे तब गोंडवाना की रानी दुर्गावती ने उनके सामने झुकने से मना कर दिया और युद्ध करने आए आसफ खान को ललकार कर कहा कि मैं अपनी मातृभूमि गोंडवाना की धरती पर किसी का कब्जा नहीं होने दूंगी। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती की यादें इतिहास की स्मृतियों से कभी धुंधली नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि महारानी दुर्गावती का स्मरण करते हैं तो उनका ऐसा तेज ध्यान में आता है जिसकी चमक इतिहास की स्मृतियों से कभी धुंधली नहीं हो सकती। महारानी दुर्गावती का शासन, उनका तेज, उनका गौरव एवं नारी नेतृत्व की मिसाल के सामने इतिहास भी सिर झुकाता है। महारानी के प्रशासन और जल प्रबंधन को लेकर आज वैज्ञानिक भी आश्चर्य चकित हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों 10 करोड़ रुपए की राशि समाधि स्थल के विकास लिए स्वीकृत कराई गई थी। समाधि स्‍थल को और भव्‍य और आकर्षक बनाने के लिए केन्‍द्रीय संस्‍कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत से और राशि स्‍वीकृत करने की मांग की। उन्‍होंने कहा कि आने वाले समय में रानी दुर्गावती का यह समाधि स्थल महाकौशल के लिए नहीं बल्कि पूरे देश में नारी शक्ति के बलिदान की जीती जागती मिसाल बनेगा और आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरणा देता रहेगा।विधायक इंदु तिवारी ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के दूसरी बार रानी दुर्गावती के समाधी स्थल बारहा पधारने पर प्रसन्नता व्यक्त की और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का समाधि स्थल एक पवित्र स्थान है। जब भी वीरांगना रानी दुर्गावती की बात आती है तो सभी के अंदर उत्साह का संचार होता है। महारानी द्वारा ऐतिहासिक कालखंडों में किए गए कार्यों की चर्चा करने एकत्रित हुए हैं। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकार को शिक्षा नीति में महापुरुषों एवं वीरांगनाओं को स्थान देने के लिए धन्यवाद भी दिया।प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, राज्य सभा सदस्य श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकि, सांसद  आशीष दुबे, महापौर  जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक सर्व  सुशील कुमार तिवारी इंदु, अशोक रोहाणी, संतोष वरकड़े, डॉ अभिलाष पांडे एवं नीरज सिंह, भाजपा के जिला ग्रामीण अध्यक्ष  राजकुमार पटेल, भाजपा के जबलपुर नगर अध्यक्ष  रत्नेश सोनकर, नगर निगम जबलपुर के अध्यक्ष  रिकुंज विज, पूर्व विधायक  नीलेश अवस्थी और कमिश्‍नर  धनंजय सिंह, कलेक्‍टर  दीपक सक्‍सेना, पुलिस अधीक्षक  संपत उपाध्‍याय सहित सभी अधिकारी मौजूद थे।

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