सिहोरा वासियों को कब मिलेगी वनवे की सौगात ?

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जबलपुर /सिहोरा:कुछ समय पूर्व इसी रास्ते से विकास और विकसित यात्राएं निकली थी लेकिन अभी तक इस रास्ते का विकास नहीं हो सका है, अब बजह जो भी हो लेकिन राहगीरों के लिए ये अधूरा विकास जोखिम से भरा हुआ है।गौरतलब है की सिहोरा को आधुनिकता प्रदान करने के साथ-साथ बढ़ती दुर्घटनाओं पर विराम लगाने विजय रेस्टोरेंट्स से पुराने मझौली बाईपास तक वनवे बनाए जाने की योजना अधर में लटके से स्थानीय नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही प्रतिदिन दुर्घटनाओं से वाहन चालक घायल हो रहे हैं। वनवे एवं चौराहों के चौड़ीकरण की योजना के ठंडे बस्ते में पड़े होने के कारण तहसील मुख्यालय विकास से अछूता प्रतीत हो रहा है।

*यह थी योजना*

नगर के बीच से गुजरने वाले पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 7 को विजय रेस्टोरेंट से लेकर पुराने मझौली बाईपास मार्ग तक वन वे बनाए जाने के साथ सेंटर लाइटिंग के माध्यम से आधुनिकता प्रदान करने के अलावा मुख्य चौराहों का चौड़ीकरण कराए जाने राज्य शासन ने 5 करोड़ 66 लाख की राशि की स्वीकृति प्रदान कर नगर की बहुप्रतीक्षित मांग पूर्ण की थी टेंडर प्रक्रिया के कई माह गुजर जाने के बाद भी कार्य शुरु ना होने से लोगों में निराशा एवं आक्रोश पनपने के चलते निर्माण कार्यक्रम प्रारंभ तो हुआ लेकिन आधे अधूरे निर्माण कार्य से परेशानी और बढ़ गई । बताया जाता है कि लो रेट का टेंडर पास होने पर चार करोड़ 96 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के पर निर्माण कार्य प्रारंभ तो किया गया लेकिन विगत दो माह से अधूरे पड़े निर्माण कार्य से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

*अधूरा निर्माण बना परेशानी का सबब*

नगर की पालक संस्था नगर पालिका की इंजीनियरिंग का का खामियाजा नगर वासियों को भोगना पड़ रहा है। बताया जाता है नगर पालिका द्वारा प्रस्तावित मार्ग में डिवाइडर बनाकर सेंट्रल लाइटिंग तो कर दी लेकिन चौड़ीकरण का कार्य केवल स्टेडियम से मझौली बाईपास तक का ही किया गया उसमें भी चौड़े किए गए मार्ग में लगे पुराने बिजली के खंबे दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं इसी प्रकार न्यायालय से विजय रेस्टोरेंट तक केवल डिवाइडर बनाकर छोड़ देने से दोनों तरफ सकरा मार्ग होने के कारण आए दिन दुर्घटना घटित हो रही हैं।

*नगर का अति व्यस्ततम मार्ग*

नई बस स्टैंड से लेकर खितोला तिराहे तक उक्त मार्ग पर यातायात का भारी दबाव बना रहता है जबलपुर कटनी मुख्य मार्ग की बसों के अलावा मझगवा पान उमरिया मझौली बचैया लमकना सहित ग्रामीण क्षेत्र की यात्री बसें एवं स्थानीम वाहनों के दबाव के चलते उक्त मार्ग पर दिन में कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है इसके अलावा अधिकांश प्रमुख शासकीय कार्यालय स्कूल बैंक आदि उक्त मार्ग पर होने के कारण आवागमन का दबाव और बढ़ जाता है ऊपर से नीम चढ़े करेले की तरह यातायात के लिए नासूर बने तिपहियो का आतंक आए दिन दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहा है।

 


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