खितौला में झोलाछाप डॉक्टर पर कार्यवाही,बिना डिग्री के करता था अंडकोश बबासीर का इलाज

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जबलपुर : मरीजों का एलोपैथी पद्धति से इलाज करने के साथ अंडकोश ,बवासीर और भगंदर जैसे गम्भीर रोगों के इलाज का दावा करने वाले खितौला के एक और झोलाछाप डॉक्टर बी के ढाली के यहां स्वास्थ विभाग की टीम ने आज छापा मारा तो ढाली के पास न तो डिग्री की ढाल मिली न ही रजिस्ट्रेशन का कवच,वहीं जांच के दौरान ढाली के पास आयुर्वेदिक की डिग्री मिली है,जिसके मुताबिक ढाली सिर्फ होम्योपैथी पद्धति से ही इलाज कर सकता है।लेकिन ढाली धड़ल्ले से एलोपैथी पद्धति से मरीजों का इलाज करते हुए अंडकोश बबासीर ,वादी भगंदर जैसे गम्भीर रोगों का  चीड़फाड़ कर इलाज करता था।

सील होगी ढाली की क्लिनिक 

सिहोरा मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्शिया खान ने बताया की शिकायत मिली थी की खितौला में बी के ढाली द्वारा बिना डिग्री के एलोपैथी पद्धति से मरीजों का इलाज किया जा रहा है, इतना ही नहीँ बी के ढाली द्वारा अंडकोश और बवासीर जैसे गम्भीर रोगों का चीड़फाड़ कर इलाज करता था ,जांच के दौरान बी के ढाली के पास एलोपैथी पद्धति की डिग्री नहीं मिली न ही क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन मिला है,एलोपैथी की डिग्री न होने के बाद भी  ढाली द्वारा एलोपैथी पद्धति से इलाज करना पाया गया,जिसकी जांच रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों के पास पहुँचा दी गई है, अधिकारियों के निर्देश पर जल्द ही बी के ढाली के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

ये रहे उपस्थित 

वहीं कार्यवाही के दौरान मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्शिया खान, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील लटियार, बीसीएम वीरेन्द्र मेहरा, सेक्टर सुपरवाइजर विनोद कोरी , आशा सुपरवाइजर रश्मि लोधी उपस्थित रहे।


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