सिहोरा में मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास योजना के कार्य पड़े बंद,फाइलों की बढ़ा रहे शोभा 

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जबलपुर /सिहोरा:बरसाती पानी सहित गंदे पानी की निकासी के प्रति नगर की पालक संस्था गंभीर नजर नहीं आ रही है ।एक बार फिर नगर की निचली बस्ती में निवासरत लोगों को जलमग्न की समस्या से जूझना पड़ सकता है‌ ।पर्याप्त बजट मिलने के बाद भी शहर में विकास कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे हैं। हालात यह है कि मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास योजना के क्रियान्वयन के प्रति नगरपालिका प्रशासन गंभीर नहीं है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि योजना के तहत 1.5 करोड़ की लागत से नगर के गंदे पानी एवं वर्षा जल की निकासी हेतु रुकमणी पैलेस से मझौली बाईपास तक एवं रेलवे फाटक से वाह्य नाला तक दो बड़े नालों का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित था उक्त विकास कार्यों के लिए शासन द्वारा साढ़े 1.5 करोड़ रुपए की राशि मुहैया कराई गई । इसके लिए नपा ने टेंडर जारी कर एग्रीमेंट भी कर लिया । लेकिन हैरानी यह है कि एग्रीमेंट होने के बाद लगभग एक बर्ष से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। स्वीकृत कार्यों में से सिर्फ डा. ब्रजपुरिया के निवास से मझौली बाईपास तक नाला निर्माण का काम शुरू हुआ है। यह काम भी कई महीनों से अधूरा पड़ा है।

जलमग्न हो जाती है निचली बस्ती

उल्लेखनीय है कि रुकमणी पैलेस के सामने की बसाहट को वर्षा ऋतु में कई बार जल प्लावन की समस्या से जूझना पड़ता है स्थानीय नागरिकों की मांग पर तात्कालीन क्षेत्रीय विधायक के प्रयासों से वर्षा जल एवं गंदे पानी की निकासी हेतु बड़े नाले की स्वीकृति एवं राशि मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना के तहत मुहैया कराई गई थी लेकिन वर्क एजेंसी द्वारा समय रहते सक्रियता से कार्य न करने के कारण इस वर्ष भी स्थानीय लोगों को जल प्लावन की समस्या से जूझना पड़ सकता है। स्थानीय निवासी गंगा पटेल सुनीता पटेल राजू कोल तेजी लाल गोटिया आदि ने पानी निकासी की समुचित व्यवस्था कराए जाने की मांग की है।

*मुख्य मार्ग के किनारे गंदगी का साम्राज्य*

नगर का पास एरिया कहलाने वाला रेलवे स्टेशन रोड के दोनों ओर कच्चा नाले के कारण गंदगी का साम्राज्य स्थापित है रेलवे फाटक से बाहर नाला तक मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत पक्का नाला का निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित था लेकिन उक्त नाले का निर्माण भी फाइलों में कैद होकर रह गया उल्लेखनीय गंदे पानी के जमाव के कारण अपना ला जहरीले जीव जंतुओं की जन्मस्थली बन गया है जिसके कारण मुख्य मार्ग के दोनों ओर की नवीन बसाहट के वासियों को हर पल खतरा बना रहता है। वार्ड नंबर 12 निवासी एडवोकेट एस सी मिश्रा का कहना है कि नाला निर्माण का कार्य प्रारंभ ना होने के कारण खितोला माता महाकाली मंदिर के सामने पानी निकासी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।

इनका कहना है,
मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना अंतर्गत बनने वाले रुकमणी पेलेस से मझौली बाईपास एवं रेलवे फाटक से बाह्य नाला तक नाला निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराया जायेगा ।आज ही उपयन्त्री को निर्देश आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किए गए हैं,
लक्ष्मण सारस
मुख्य नगर पालिका अधिकारी
नगर पालिका परिषद सिहोरा


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