हरि की कृपा से होता है संतो का मिलन,श्रीराम कुटी धाम पहुँचे संत बनवारी दास महाराज

इस ख़बर को शेयर करें

 

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें। 

Click Here >> Donate Now

स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): समीपस्थ ग्राम पंचायत राखी स्थित श्री रमैया कुटी धाम मैं श्रीराम महायज्ञ चल रहा है।
प्रतिदिन भक्त महायज्ञ मैं पहुँचकर यज्ञ परिक्रमा कर धर्म लाभ अर्जित कर रहे है।वही शुक्रवार का दिन राखी ग्राम के लिए सुखद सुखदायी रहा।भरभरा आश्रम के संत 1008 बनवारी दास जी महाराज  के चरण रज रमैया कुटी धाम मैं पड़े। ढोल -नगाड़ों की धुन व मंगल कलशों के बीच भव्य अगवानी की गई।

तुलादान कर लिया गया आशीर्वाद-

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।

महायज्ञ आयोजक समिति के द्वारा संत बनवारी दास महाराज का पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लिया।ततपश्चात तुलादान भी किया गया।तुलादान कार्यक्रम के बाद संत बनवारी दास महाराज ने  व्यासपीठ को प्रणाम किया व  अपने उदगार व्यक्त किये।उन्होंने कहा की जहां श्रीराम कथा होती है वहां समस्त तीर्थों का, समस्त नदियों का ,समस्त पवित्र क्षेत्रों का आगमन होता है।कथा में जाने से सारे तीर्थों का स्नान करने का पुण्य प्राप्त हो जाता है।यह बड़ा पुण्य अवसर है जब संतो का आगमन हुआ। हरि की कृपा से ही संतो का मिलन होता है।

श्रीकृष्ण-सुदामा जैसी होनी चाहिए मित्रता-

श्रीराम महायज्ञ के अंतिम दिवस  शनिवार को श्रीकृष्ण-सुदामा चरित्र की कथा पर प्रकाश डाला गया।
कथा वाचक पंडित रमाकांत पौराणिक के द्वारा उपस्थित जनमानस को बतलाया की श्रीकृष्ण का नाम अनमोल है।यदि पापी भी श्रीकृष्ण का नाम लेता है तो उसे सद्गति मिल जाती है।जिसके ह्दय मैं प्रभु के प्रति भाव जागते है वही लोग प्रभु की कथा मैं शामिल होते है।श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर उसके उपदेश को जीवन मैं उतारे तभी कथा की सार्थकता है।भगवान का आगमन सदैव धर्म की रक्षा के लिए हुआ है।
कथा वाचक ने कहा कि सच्ची मित्रता के लिए कृष्ण सुदामा की मित्रता का उदाहरण दिया जाता है। द्वारपाल के मुख से सुदामा सुनते ही द्वारिकाधीश नंगे पांव मित्र की अगवानी करने पहुंच गए। लोग समझ नहीं पाए कि आखिर सुदामा में क्या खासियत है कि, भगवान खुद ही उनके स्वागत में दौड़ पड़े। श्रीकृष्ण ने स्वयं सिंहासन पर बैठाकर सुदामा के पांव पखारे। कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य पंडित प्रदीप त्रिपाठी,गणेश तिवारी, जनपद सदस्य सदस्य महेंद्र हळदकार, सरपंच नम्रता आकाश नायक,अंबर नायक,राजाराम नायक,अजय नायक,राममिलन नायक सहित बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।आयोजक समिति ने बताया कि रविवार को विशाल भंडारा आयोजित किया गया।

 

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें