सर्वार्थ सिद्दी योग मैं हाथी पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा, सजने लगे मातारानी के दरबार
स्लीमनाबाद– शक्ति की उपासना माता की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि का 30 मार्च से आगाज हो रहा है।साथ ही इसी दिन से भारतीय नववर्ष यानी नवसंवत्सर 2082 भी प्रारंभ हो जाएगा। । इस बार नवरात्र में कई योगों का महासंयोग बन रहा है।पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि नवरात्रि मैं इस बार सर्वार्थ सिद्दि योग का महा संयोग बन रहा है।
चैत्र नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है।चैत्र नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ माता शैलपुत्री की पूजा होगी!घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च 2025 को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से 10 बजकर 22 मिनट तक है!वही अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 12:50 बजे तक रहेगा।नवरात्र का समापन 7 अप्रैल को होगा।
देवी मंदिरों मैं 9 दिनों तक उमड़ेगा भक्तो का सैलाब
चैत्र नवरात्रि पर्व पर 9 दिनों तक मातारानी के दरबार मे भक्तो का तांता लगेगा।जहाँ मातारानी की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की जाएगी।चैत्र नवरात्रि को लेकर मातारानी के दरबार सजने लगे है।देवी मन्दिरो मैं साफ -सफाई ओर रंग रोगन का कार्य चल रहा है!30 मार्च को घट स्थापना के साथ ही देवालयों मैं मन्नत कलश भी बोए जाएंगे।बहोरीबंद विकासखण्ड के प्रमुख खड़रा स्थित शारदा मंदिर, तिंगवा स्थित शारदा मंदिर, पहरुआ स्थित टिंशन माता मंदिर व स्लीमनाबाद स्थित सिंहवाहिनी मंदिर मैं 9 दिनों तक भक्तो का सैलाब देखने को मिलेगा।वही स्लीमनाबाद के चंडी माता मंदिर मे चैत्र नवरात्रि पर देवी भागवत नवाहयज्ञ होगा।जिसमें देवी भागवत का वाचन पंडित दिलीप पौराणिक के द्वारा किया जाएगा।