5 राजयोगों के साथ घोड़े पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा, सजने लगे मातारानी के दरबार

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(सुग्रीव यादव )स्लीमनाबाद– शक्ति की उपासना माता की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि का 9 अप्रैल मंगलवार से आगाज हो रहा है।साथ ही इसी दिन से भारतीय नववर्ष यानी नवसंवत्सर 2081 भी प्रारंभ हो जाएगा। इस बार तिथियों की घट बढ़ नहीं होने के कारण पूरे 9 दिन ही माता की आराधना की जाएगी। इस बार नवरात्र में कई योगों का महासंयोग बन रहा है।पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि नवरात्रि मैं इस बार पांच दिव्य राजयोग का महा संयोग बन रहा है।
जिसमे गजकेसरी योग,लक्ष्मी नारायण योग, शश राज योग,बुधादित्य योग और मालव्य राजयोग एक साथ बन रहे है।चैत्र नवरात्र के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और  अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है।इन दोनों योगों का निर्माण सुबह 7 बजकर 32 मिनट से लेकर अगले दिन 10 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 6 मिनिट तक है।साथ ही चैत्र नवरात्र पर अश्विनी नक्षत्र का भी योग बन रहा है।इन सभी संयोग के बीच मां भगवती की आराधना अति शुभ रहेगी।नवरात्र का समापन 17 अप्रैल को होगा।प्रथम दिवस घट स्थापना के दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी।हिंदू नववर्ष की शुरुआत और विक्रम संवत की शुरुआत भी मंगल से ही हो रही है।इसलिए संवत के स्वामी मंगल ही रहेंगे।मंगल की वजह से हिंदू वर्ष काफी अग्रेसिव रहेगा।क्योंकि मंगल साहस, पराक्रम ,सेना ,प्रशासन,सिद्धांत आदि का कारक ग्रह है।राजा मंगल और मंत्री शनि होने के कारण वर्ष उथल_पुथल भरा रहेगा।

देवी मंदिरों मैं 9 दिनों तक उमड़ेगा भक्तो का सैलाब-

चैत्र नवरात्रि पर्व पर 9 दिनों तक मातारानी के दरबार मे भक्तो का तांता लगेगा।जहाँ मातारानी की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की जाएगी।चैत्र नवरात्रि को लेकर मातारानी के दरबार सज गए है।देवी मन्दिरो मैं सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई।मंगलवार को घट स्थापना के साथ ही देवालयों मैं मन्नत कलश भी बोए जाएंगे।बहोरीबंद विकासखण्ड के प्रमुख खड़रा स्थित शारदा मंदिर, तिंगवा स्थित शारदा मंदिर, पहरुआ स्थित टिंशन माता मंदिर व स्लीमनाबाद स्थित सिंहवाहिनी मंदिर मैं 9 दिनों तक भक्तो का सैलाब देखने को मिलेगा।वही स्लीमनाबाद के चंडी माता मंदिर मे चैत्र नवरात्रि पर देवी भागवत नवाहयज्ञ होगा।जिसमें देवी भागवत का वाचन पंडित दिलीप पौराणिक के द्वारा किया जाएगा।

 


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