पटरी पर लौटा जनजीवन,सड़को पर दौड़े ट्रक व बसें, आवागमन हुआ सुलभ,परेशानियों से आमजनों को निजात

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कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ); हिट एंड रन कानून में बदलाव को लेकर दो दिन से यात्री बसों की हड़ताल मंगलवार देर रात समाप्त तो हुई लेकिन बुधवार को सामान्य तो गुरुवार को पूर्णता पटरी पर व्यवस्था लौट आई। जन-जीवन सामान्य दिखा। सब्जी, किराना, दूध, दवाई सहित अन्य सामानों की सप्लाई शुरु हो गई। वहीं लोगों को दो दिनों से आवागमन में हो रही परेशानी भी दूर हो गई। यात्री बसें मिलने लगी। बस स्टैंड फिर से गुलजार हो गया। रोजाना की तरह बसें संचालित हुई। ट्रांसपोर्टर ने सामान की बुकिंग से लेकर डिलेवरी करना शुरु कर दिया। ट्रांसपोर्ट बंद होने के कारण सब्जी, किराना दूध से लेकर दवाइयों की सप्लाई भी बंद कर दी गई थी। मंगलवार शाम तक आलम यह था कि दूकानदार ग्राहकों को अधिकतर सामान देने से इंकार कर रहे थे। अगर था भी तो कुछ लोगों ने अधिक दाम भी लिए। हड़ताल समाप्त होने से यह सेवाएं बहाल हो गई। सडक़ों पर ट्रक, बस फर्राटा भरने लगे। वही अन्य वाहन भी सडक़ पर दिखे।

सब्जियों के दाम में भी गिरावट

ड्राइवरों की हड़ताल का सब्जियों की आवक पर भी प्रभाव पड़ा। मंगलवार को थोक सब्जी बाजार में सब्जियों की आवक 60 प्रतिशत तक घट गई। कमजोर आवक का असर सब्जियों की कीमतों पर पड़ा। एक ही दिन में सब्जियों की कीमतें 20 से 30 प्रतिशत तक महंगी हो गईं। मटर, टमाटर, आलू, प्याज सभी के दाम में पांच से दस रुपए का उछाल देखा गया। हालांकि बुधवार को हड़ताल समाप्त होने से आवक हुई और सब्जियों के दाम सस्ते हो गए।वही हड़ताल एवं पेट्रोल-डीजल न मिलने की अफवाह की वजह से सोमवार के बाद मंगलवार को भी पेट्रोल पंप पर भीड़ देखी गई। जरूरत न होने के बावजूद भी लोगों ने अपनी गाड़ी की टंकी फुल करा ली। बताया जाता है कि दो दिनों में डीजल-पेट्रोल की बिक्री लाखो रुपये मैं हुई।

 


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