12 लाख रुपये का 547 क्विंटल सरकारी राशन खुर्दबुर्द करने वाले भूला विक्रेता पर दर्ज हुई एफआईआर

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  1. कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): गरीब तबके के लोगो को दो वक्त की रोटी के लिए राशन की व्यवस्था सरकार के द्वारा कराई जा रही है।लेकिन गरीब तबके के हितग्राहियों को राशन नही मिल पाता है सीधे विक्रेता ही खुर्दबुर्द कर मालामाल हो रहे है।एक ऐसा ही मामला स्लीमनाबाद तहसील की शासकीय उचित मूल्य दुकान भूला का सामने आया था।
    जहां विक्रेता के द्वारा 12 लाख 4 हजार रुपये का 547 क्विंटल सरकारी खाद्यान्न हितग्राहियों को वितरण न कर खुर्दबुर्द कर दिया गया।जिससे हितग्राहियों को राशन से वंचित होना पड़ा।ऐसे भूला के विक्रेता पर अब प्रशासनिक कारवाई होना शुरू हो गई है।एसडीएम बहोरीबंद के आदेश पर सोमवार को  कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पीयूष शुक्ला स्लीमनाबाद थाना पहुँचकर भूला विक्रेता सुनील यादव के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत धारा 3 /7 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई।गौरतलब है कि शासकीय उचित मूल्य दुकान भूला के हितग्राहियों द्वारा विक्रेता सुनील यादव की मनमानी व राशन न मिलने की शिकायत कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी से की थी।जिसके बाद कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ने मामले की जांच की जिसमे बड़ा खुलासा सामने आया था।जिसमे भौतिक सत्यापन मैं यह तथ्य सामने आया कि फरवरी 2023 मैं पात्र हितग्राहियों की संख्या अनुसार खाद्यान्न का आवंटन जारी हुआ।लेकिन विक्रेता के द्वारा न तो पीओएस मशीन से खाद्यान्न आहरण किया न ही हितग्राहियों को वितरण किया।बिना पीओएस मशीन से आहरण किये बगैर खुर्दबुर्द कर दिया गया।जिसमे 79 क्विंटल गेंहू व 468 क्विंटल चावल का आहरण कर भौतिक रूप से हितग्राहियों को प्रदान नही किया गया और खुर्दबुर्द कर दिया गया।
    जिसकी अपयोजित सामग्री का बाजार भाव कीमत  12 लाख 4 हजार 754 रुपये है।जो विक्रेता के द्वारा खुर्दबुर्द किया गया है ।जांच उपरांत जांच प्रतिवेदन बहोरीबंद एसडीएम को भेजा गया।जिसमे एसडीएम ने विक्रेता की बड़ी गड़बड़ी सामने आने पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए।

इनका कहना है- पीयूष शुक्ला कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी

शासकीय उचित मूल्य दुकान भूला विक्रेता के द्वारा राशन वितरण मैं बड़ी गड़बड़ी की गई थी जो सामने आई थी।
जिसपर एसडीएम के आदेश पर भूला विक्रेता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही सरकारी राशन खुर्दबुर्द करने की बाजार भाव कीमत 12 लाख 4 हजार 754 रुपये की राशि भी वसूल की जाएगी।


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