सिहोरा के हरगढ में जमीन से बेदखल हुए ग्रामीणों के सामने आर्थिक संकट

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जबलपुर :जिस जमीन में खेती किसानी कर ग्रामीणों के चूल्हे जलते थे अब वो जमीन उनसे छीन ली गई ऐसे में ग्रामीणों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है,मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील की हरगढ ग्राम पंचायत का है जहाँ पर आदिवासी उत्थान महासंघ के बैनर तले ग्रामीणों ने जमीन वापिस पाने के लिए सिहोरा एसडीएम  सहित वन विभाग और तहसीलदार को ज्ञापन सौपकर मांग की है की यदि उनको उनकी जमीन 15 दिन में वापिस नही मिली तो वो अब भूख हड़ताल करेंगे,

क्या है पूरा मामला 

ज्ञापन सौपते हुए ग्रामीणो ने बताया की पटवारी हल्का नंबर 72 राजस्व निरीक्षण मंडल खितोला रकवा 23.56 लगभग 45 एकड़ भूमि पर तहसील सिहोरा के अंतर्गत आने वाले ग्रामसरदा ग्राम पंचायत हरगढ़ में ग्राम पंचायत मे ग्राम सभा को संविथान द्वारा प्रदत्त थाक्तियों के द्वारा आदिवासी ग्रामीणजनों को कृषि कार्य के लिए भूमि प्रदान की गई थी। जिसमे उनके वा उनके पूर्वजों के द्वारा1990 के पूर्व से उक्त भूमि पर कृषि कार्य कर अपने परिवार का भरण पोषण किया जाता रहा है। भूमि प्रप्तकर्ताओं द्वारा इसके एवज मध्य प्रदेश राजस्व विभाग को उक्तभूमि का लगान शुल्क भी चुकाया जाता था ।

बेरोजगार हो गए ग्रामीण 

हितग्राहियों के द्वारा भूमि पर कृषि कार्य करके अपने परिवार का भरण पोषण किया जाता था बाद में भूमि को मध्य प्रदेश शासन के द्वाराऔद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने के कारण उक्त भूमि पर कृषि कार्य कर रहे ग्रामवासी बेरोजगार हो गए हैं तथा उनके समक्ष अपने परिवार के भरण पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है।

क्या है ग्रामीणों की मांग ?

ग्रामीणों ने ज्ञापन सौपते हुए मांग की है की उक्त भूमि से बेदखल हुए ग्राम आदिवासियों को अन्यत्र भूमि अथवा हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार अथवा उचित मुआवजा दिलाया जाये।ज्ञापन सौपते समय सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।


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