रक्षाबंधन पर भद्रा का साया लेकिन तीन शुभ संयोग पर भाइयों की कलाई पर बंधेगी अटूट बंधन के स्नेह की डोर
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : रक्षाबंधन को भाई-बहन के प्रेम और सदभाव के पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। जिसके बदले में भाई अपनी बहन को भेंट देता है एवं आजीवन उसकी रक्षा का वचन भी देता है। अच्छे मुहूर्त अथवा भद्रारहित काल में भाई की कलाई पर राखी बांधने से भाई को कार्य सिद्धि और विजय प्राप्त होती है।
इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें।
Click Here >>
Donate Now
भाई -बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है रक्षाबंधन
भाई -बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन सोमवार को मनाया जायेगा!इस साल रक्षाबंधन के त्यौहार मै कई शुभ संयोग है तो दोपहर तक भद्रा का साया भी है!
इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।
Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।
क्या कहते हैं जानकार ?
पंडित रमाकांत पौराणिक ने बताया कि इस साल सावन की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त की सुबह 3 बजकर 4 मिनट से शुरू होगी और तिथि का समापन रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा। इस दिन रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा।
रक्षाबंधन पर 7 घंटे 39 मिनट तक भद्रा का साया है। इस बार रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ समय दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 4 बजकर 20 मिनट तक है। इसके अलावा शाम 6 बजकर 56 मिनट से रात 9 बजकर 8 मिनट तक प्रदोष काल में भी राखी बांध सकते हैं।रक्षाबंधन 19 अगस्त सोमवार को है लेकिन श्रावण शुक्ल चतुर्दशी 18 अगस्त को रात 2 बजकर 21 बजे से ही भद्रा शुरू हो जाएगी जो श्रावण शुक्ल पूर्णिमा 19 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 24 बजे तक रहेगी। इसके बाद ही रक्षाबंधन का शुभ मूहूर्त शुरू होगा।
सर्वार्थ सिद्दि योग, रवि व धनिष्ठा नक्षत्र योग-
पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और धनिष्ठा नक्षत्र समेत कई शुभ संयोग बनने जा रहे हैं। इस दिन सुबह 5:53 बजे से 8:10 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। हालांकि भद्रा का वास पाताल लोक में होने की वजह से बहुत अशुभ नहीं माना जाएगा। ज्योतिष के मुताबिक भद्रा जब पाताल या स्वर्ग लोक में वास करती है धरती वासियों पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन फिर से भद्रा काल में रक्षाबंधन मनाने से बचना चाहिए।
राखी के खरीददारी के लिए रहे बाजार गुलजार-
भाई बहन के अटूट रिश्ते के त्योहार रक्षाबंधन को लेकर स्लीमनाबाद तहसील मुख्यालय के बाजार में रौनक दिखने लगी।रक्षाबंधन पर्व से ठीक एक दिन पहले रविवार को बाजार मै चहल पहल बढ़ गई।राखियां,कपड़े व मिष्ठान दुकानों मैं भीड़ देखी गई। इस बार स्लीमनाबाद तहसील मुख्यालय मैं इस बार आधा सैकड़ा से अधिक राखियों की दुकान सजाई गई हैं। राखी की तैयारी को लेकर महिलाओं की भीड़ बाजार में देखी जा रही है।स्लीमनाबाद मुख्य बाजार,बहोरीबंद तिराहा व मुख्य तिराहे में राखियों की दुकान सजाई गई है। इसके अलावा कपड़े व साज श्रंगार की दुकानों में भी खरीददारी के लिए बड़ी संख्या में बहनों की भीड़ पहुंच रही है। बाजार में इस वर्ष 5 रुपए से 500 रुपए तक की राखियां उपलब्ध है। इसमें कुछ बहने भाईयों की कलाई के लिए चांदी की राखी भी ले रही है।तहसील मुख्यालय मुख्यालय के बाजार में ग्रामीण क्षेत्र से लोग खरीदी करने के पहुँचे।वही रविवार को ग्राम पंचायत खिरहनी मैं साप्ताहिक बाजार होने के कारण खरीददारी के लिए बाजार गुलज़ार रहा।
इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।