अहीरों ने किया दीवारी नृत्य मोहा लोगो का मन
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद- प्रणतपाल रघुवंश मणि करुणा सिंधु खरार, गए शरण प्रभु रखिये सब अपराध बिसार।
नाम सब कोई कहे, दसरथ कहे न कोय,एक बार दसरथ कहे कोटि यज्ञ फल होय।एक से बढ़कर एक दीवारी गीतों की प्रस्तुति नजारा था स्लीमनाबाद ग्राम कोहका स्थित ब्रजधाम मंदिर मैं शनिवार को अहीरों के पारंपरिक नृत्य दीवारी का।
गोवर्धन पूजा महोत्सव के अवसर पर गौ पालक अपनी गायों को सजा- संवार कर उन्नति की प्रतीक गाय माता का विधिवत पूजन किया गया।इसके बाद उन्हें पर्व स्थल लेकर आए।लोगो के द्वारा एक दूसरे को तिलक लगाकर मान सम्मान दिया गया।
फिर बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर दीवारी नृत्य शुरू किया गया।अहीरों की टोलियों विभिन्न पोशाक पहने आकर्षित लग रही थी।गांव का भ्रमण करते हुए दीवारी नृत्य करते हुए गौरैया बाबा पहुँची।जहां पूरे गांव के ग्रामीणों के द्वारा गौरैया बाबा की विधि विधान से पूजा आराधना कर गांव के खुशहाली की कामना की।इसके बाद टोली ख़िरका पहुँची।जहां ख़िरका मैं एकत्रित गायों, बछड़ो को अहीरों की टोलियों के द्वारा बिचकाया गया।इसके बाद हरिदास महाराज मंदिर अहीरों की टोली पहुँची।जहां पूजा आराधना कर दीवारी नृत्य व गायन शुरू किया गया जो देर शाम चलता रहा।इस दौरान पंडित प्रदीप त्रिपाठी, राममिलन यादव,गिरिजा यादव,महेश यादव,गुलाब यादव ,रामनारायण यादव,संजय यादव, राजेंद्र यादव, मदन यादव सहित बड़ी संख्या मे लोगो की उपस्थिति रही।साथ ही अन्य ग्रामो मैं अहीरों की टोलियों के द्वारा पारम्परिक तरीके से गोवर्धन पूजा महोत्सव पर अहीरों की टोलियों के द्वारा नृत्य व ज्ञायन किया गया।इस दौरान बड़ी संख्या मे लोगो की उपस्थिति रही।