अहमदाबाद विमान दुर्धटना के मृतको के लिए गीता पाठ और तर्पण किया 

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भगवानदीन साहू छिंदवाड़ा ( लिंगा ) परम् पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू की पावन प्रेरणा से आज लिंगा आश्रम में अहमदाबाद प्लेन दुर्घटना में मारे गए लगभग 317 लोगों के मोक्ष हेतु श्री मद भगवदगीता के 7 वें अध्याय का पाठ कर विधिवत तर्पण किया । इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई ने बताया कि अहमदाबाद प्लेन दुर्घटना बेहद ही दु:खद खबर है । हमारे शास्त्रों में आता हैं कि जिस व्यक्ति का शरीर छूट गया है उनके मोक्ष हेतु तीसरा , तेरहवीं , अस्थि विसर्जन , गंगा पूजन का विधान है । समय पर यह सब ना कर पाएं तो श्री मद भगवदगीता के 7 वें अध्याय का पाठ कर पुण्य अर्पण करने का भी विधान है । गंगा पूजन के साथ यह पाठ भी कर सकतें हैं । संस्था समय – समय पर जिले के गणमान्य नागरिकों और सीमा पर सेवाए दे रहे सैनिक जिनका शरीर छूट जाता है उनके लिए गीता पाठ कर पुण्य अर्पण करती हैं । अहमदाबाद प्लेन दुखद दुर्घटना देश वासियों को सोचने पर मजबूर करती हैं । प्लेन में सवार लगभग 244 लोग 30 सेकेंड में जल कर खत्म हो गए । उन लोगों के मृत शरीर पहचान करना मुश्किल है । पर उसी प्लेन से भगवदगीता पूज्य ग्रन्थ नहीं जला और एक व्यक्ति भी जिंदा बच गया । यह प्रकृति का चमत्कार है । इसलिए प्रत्येक मनुष्य को ईश्वर की या गुरु की शरण में रहकर ध्यान , भजन , पूजन और परहित की सेवाएं करनी चाहिए । रुपये , पैसे हर जगह काम नहीं आते । आज लिंगा आश्रम में सैकड़ों साधकों ने उपस्थित होकर गीता पाठ कर पुण्य अर्पण किया । इस अवसर पर साध्वी रेखा बहन , साध्वी प्रतिमा बहन , खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई , सुभाष इंगले , विलास घोंगे ,भूपेश पहाड़े अशोक कराड़े , रामराव लोखंडे ,अश्विन पटेल ,ओमप्रकाश डहेरिया , नारायण ताम्रकार , कैलाश राउत , गोवर्धन मालवीय , प्रीति सोंनारे , रुपाली इंगले , ललिता घोंगे , विमल शेरके , सुधा ताम्रकार मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।


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